बीएसएससी का परिणाम जारी करने को ट्विटर पर आए अभ्यर्थी, बोले-चुनाव समय पर तो ज्वाइनिंग में देर क्यों
BSSC Result News बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) रविवार को अचानक ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा। बीएसएससी प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा का परिणाम अबतक जारी नहीं करने पर अभ्यर्थियों ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर रविवार को अभियान छेड़ दिया।
नलिनी रंजन, पटना : बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) रविवार को अचानक ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा। बीएसएससी प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा का परिणाम अबतक जारी नहीं करने पर अभ्यर्थियों ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर रविवार को अभियान छेड़ दिया। अभ्यर्थियों ने बीएसएससी प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा के परिणाम को जल्द क्लीयर करने की मांग रखी। आयोग की ओर से राज्य के एक दर्जन से अधिक विभागों में 12140 पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया की जा रही है। वर्ष 2014 की वैकेंसी को अब तक क्लीयर नहीं होने पर अभ्यर्थियों में रोष है। इसको लेकर अभ्यर्थियों ने सुबह से ही ट्विटर पर 'बीएसएससी क्लीयर प्रथम इंटर स्त्रीय परीक्षा 2014' हैशटैग पर मांग रखनी शुरू कर दी। दोपहर तीन बजे तक बिहार से लगभग 1.20 लाख लोगों ने इस ट्रेंड पर ट्वीट किया। यूजर चंदन सिन्हा ने लिखा कि चुनाव समय पर होता है तो ज्वाइनिंग में देर क्यों?
पंचायत सचिव व राजस्व कर्मचारी के सबसे अधिक पद
बिहार कर्मचारी चयन आयोग की ओर से वर्ष 2014 में निकाली गई वैकेंसी में सबसे अधिक पंचायत सचिव व राजस्व कर्मचारी के पद हैं। इसके क्लीयर होते ही राज्य में काफी हद तक पंचायत सचिव व राजस्व कर्मचारी की कमी को दूर किया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार पुलिस सहित अन्य विभागों में भी नियुक्ति की जा रही है। आयोग की ओर से हाई कोर्ट के निर्देश के बाद वर्ष 2020 में मुख्य परीक्षा आयोजित कराई गई। अब इन अभ्यर्थियों के टाइपिंग टेस्ट तथा फिजिकल टेस्ट के लिए इंतजार कराया जा रहा है।
सचिव व अध्यक्ष को भी हो चुकी है जेल
वर्ष 2014 के इस वैकेंसी में प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में तात्कालीन अध्यक्ष सुधीर कुमार एवं सचिव परमेश्वर राम को जेल हो चुकी है। सचिव अब भी जेल में हैं, जबकि अध्यक्ष सेवा में लौट चुके हैं। बताया जाता है कि वर्ष 2016 में प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के बाद सरकार ने इसे रद कर दिया। इसके बाद दोबारा वर्ष 2018 में प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गई।