व्यवसायियों से रंगदारी मांगने पहुंचा कुख्यात मुचकुंद का भाई पुलिस के हत्थे चढ़ा
दीपावली में नौबतपुर के दुकादारों से रंगदारी वसूलना अपराधियों को महंगा पड़ गया।
पटना । दीपावली में नौबतपुर के दुकादारों से रंगदारी वसूलना अपराधियों को महंगा पड़ गया। पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए बदमाशों ने विभाष उर्फ सुड्डू नौबतपुर इलाके का आतंक मुचकुंद का अपना चचेरा भाई है। जबकि उसका अपना भाई गुड्डू नौबतपुर के दवा दुकानदार दीपू की हत्या में नामजद है। यही नहीं उसपर नौबतपुर के ही शिवम मिष्ठान्न भंडार से रंगदारी मांगने को लेकर गोलीबारी करने का भी मामला दर्ज है। दूसरा कुणाल है। उसका भाई बंटी भी जिला पार्षद पति लूलन शर्मा हत्याकांड में नामजद आरोपित है। तीसरा पकड़ा गया बदमाश कौशलेन्द्र शर्मा दानापुर अनुमंडल का सबसे बड़ा शराब माफिया है। साथ ही वह मुचकुंद का बचपन का स्कूली साथी है। गौरतलब है कि रविवार को कौशलेन्द्र उस समय पुलिस के हत्थे चढ़ गया था जब वह बाजार में स्थित कपड़ा दुकानदार संगीता वस्त्रालय के मालिक से रंगदारी वसूलने गया था। तभी दुकानदारों के सहयोग से पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। उस समय वह नशे की हालत में था।
वहीं सोमवार को एसएसपी मनु महाराज को गुप्त सूचना मिली कि कुख्यात मुचकुंद का चचेरा भाई विभाष उर्फ सुड्डू और कुणाल (दोनों चेचौल) नौबतपुर के दुकानदारों से रंगदारी मांगने पहुंचने वाले हैं। जानकारी मिलते ही उन्होंने बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम को निर्देश दिया। पुलिस द्वारा बिछाए जाल में दोनों फंस गये और पकड़े गये। इनके पास से सात हजार रुपये नकद और चार कीमती मोबाइल बरामद किया गया है। इनके खिलाफ नौबतपुर, जानीपुर और विक्रम थाने में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिसिया पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि वह दुकानदारों को मोबाइल से मुचकुंद की बात करवाता था और रंगदारी वसूलता था। इसके लिए उनलोगों को भी कमीशन मिलता था। उनकी बात नहीं मानने वाले दुकानदारों को वे लोग गोली मार देते हैं।