घटिया बोतलबंद पानी बिका तो खैर नहीं
पटना। पटना जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या 2-3 पर नलों से पानी धीमी रफ्तार से आ रहा था। किसी नल स
पटना। पटना जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या 2-3 पर नलों से पानी धीमी रफ्तार से आ रहा था। किसी नल से 20 सेकेंड में एक लीटर का बोतल भर रही थी तो किसी नल से 25 सेकेंड में। किसी-किसी नल से 16 सेकेंड में भी बोतल भर जा रही थी। पूर्व मध्य रेल के प्रधान मुख्य अभियंता प्रवीण कुमार मिश्र रविवार को पटना जंक्शन, राजेन्द्र नगर टर्मिनल व पाटलिपुत्र स्टेशन का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। निरीक्षण के दौरान पानी का प्रेशर कम देख उन्होंने अधिकारियों की जमकर क्लास ली। इतना ही नहीं इन स्टेशनों पर पूरी तरह से ठंडा पानी नहीं आपूर्ति होने के साथ ही रेल नीर के अलावा घटिया कंपनी का मिनरल वाटर बेचे जाने पर उन्होंने अधिकारियों की जमकर क्लास ली।
प्रधान मुख्य अभियंता सबसे पहले 11.30 बजे अधिकारियों के साथ राजेन्द्र नगर टर्मिनल पहुंचे। टर्मिनल पर एक लीटर के पानी का बोतल 20 से 25 सेकेंड में भर रहा था। उन्होंने तत्काल संबंधित अधिकारियों को पानी का फ्लो बढ़ाने व ठंडा पानी मुहैया कराने का निर्देश दिया। उन्होंने चारों प्लेटफार्म का निरीक्षण किया। चार नंबर प्लेटफार्म पर वाटर कूलर के केज के पास गंदगी देख उन्होंने स्टेशन प्रबंधक की जमकर क्लास ली। उन्होंने कहा कि यह स्टेशन प्रबंधक की जिम्मेदारी है और प्रतिदिन स्वयं इसकी जांच करें। टर्मिनल पर यात्रियों के हाथ में रेल नीर के बजाय घटिया कंपनी का मिनरल वाटर देख उन्होंने संबंधित अधिकारियों को स्टेशन परिसर व ट्रेनों में केवल रेल नीर ही बेचने का निर्देश दिया। इसके बाद वे लगभग 12.35 बजे अधिकारियों के साथ पटना जंक्शन पहुंचे। वे जंक्शन के एक से लेकर पाच नंबर प्लेटफार्म तक की गहनता से जांच करते रहे। इस दौरान उन्होंने सभी वाटर बूथ का निरीक्षण किया। यहां भी नलों से पानी आने का प्रेशर कम था। कई बूथ पर पानी के कम फ्लो को देख वे असंतुष्ट दिखे और उसे दुरुस्त करने की सलाह भी दी। वहीं प्लेटफार्म नंबर चार पर एक वेंडर लोकल पानी बेच रहा था जो अधिकारी को देखते ही भाग खड़ा हुआ। इसके बाद मिश्रा ने जंक्शन के अधिकारियों को निर्देश दिया कि रेल नीर को लेकर कोई कोताही नहीं चलेगी। जंक्शन पर जगह-जगह गंदगी बिखरा देख उन्होंने अधिकारियों को साफ-सफाई का लेबल मेनटेन रखने को कहा। इसके बाद वे अधिकारियों की टीम के साथ पाटलीपुत्र जंक्शन का निरीक्षण करने पहुंचे। यहा भी यात्रियों के लिए उपलब्ध पानी की व्यवस्था से वे पूरी तरह संतुष्ट नहीं दिखे।