पटना साहिब से रविशंकर प्रसाद बने BJP के उम्मीदवार, शत्रुघ्न के बारे में कहा-नो कॉमेंट्स
बिहार में एनडीए ने लोकसभा चुनाव के लिए अपनी सभी 40 में से 39 उम्मीदवारों के नामों का एलान कर दिया है। रविशंकर प्रसाद को पटना साहिब से टिकट दिया गया है। उन्होंने खुशी जाहिर की है।
पटना, जेएनएन। बिहार में एनडीए ने लोकसभा चुनाव के लिए अपनी 40 में से 39 सीटों के उम्मीदवारों के नामों की आज घोषणा कर दी है, जिसमें पटना साहिब सीट से भाजपा ने अपने बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा का टिकट काटकर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को लोकसभा का टिकट दिया है। पहले से कयास लगाए जा रहे थे कि शत्रुघ्न सिन्हा को इस बार बीजेपी टिकट नहीं देने जा रही है।
रविशंकर प्रसाद ने इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को धन्यवाद दिया और कहा कि पटना मेरा शहर है, मैंने यहां जन्म लिया, पढ़ाई की और यहीं से वकील बना और यहीं से मैंने राष्ट्रीय पटल पर अपनी पहचान बनाई। पटना शहर से मेरा भावनात्मक लगाव रहा है। यहां से मुझे टिकट मिला इसके लिए मैं अपनी पार्टी का आभारी हूं।
वहीं, रविशंकर प्रसाद ने शत्रुघ्न सिन्हा के बारे में पूछे जाने पर कहा-नो कॉमेंट्स प्लीज। उन्होंने कहा कि मेरा शत्रुघ्न सिन्हा से दोस्ताना रिश्ता रहा है, मैं राजनीतिक रिश्ते को लेकर उनपर किसी तरह की टीका-टिप्पणी नहीं करूंगा।
बता दें कि पटना साहिब बीजेपी की पारंपरिक सीट रही है। यहां के सियासी और जातिगत समीकरण की बात करें तो भी यह सीट हमेसा से ही भाजपा के पक्ष रहे हैं।
बिहारी बाबू के नाम से मशहूर नेता सह अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने 2009 और 2014 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीता था। लेकिन 2014 के बाद पार्टी लाइन से बाहर जाकर बयानबाजी करने को लेकर वो आजतक चर्चा में रहे।
वे कई बार विरोधी दलों के मंच पर अपनी ही पार्टी के विरोध में खड़े रहे और जमकर भाषणबाजी भी की, यही कारण है कि वे बीजेपी विरोधी नेताओं के चहेते बन गए और पार्टी उनसे धीरे-धीरे दूर होती गई। उन्हें भी इस बात का एहसास हो गया था कि इस बार भाजपा उन्हें बेटिकट करेगी। हालिया ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि मोहब्बत करने वाले कम न होंगे, (शायद) तेरी महफिल में लेकिन हम न होंगे।
वहीं, शत्रुघ्न सिन्हा की सीट भाजपा ने रविशंकर प्रसाद को दी है, जो केंद्रीय मंत्री हैं और पीएम मोदी और अमित शाह दोनों के ही करीबी माने जाते हैं। खास बात ये है कि वो भी शत्रुघ्न सिन्हा की ही तरह पटना साहिब में सबसे अधिक आबादी कायस्थ जातिका प्रतिनिधित्व भी करते हैं। एेसे में भाजपा ने शत्रुघ्न की जगह रविशंकर प्रसाद को चुनकर उनके नाम पर दांव खेला है।