सुशील मोदी ने पूछा-26 साल की उम्र में 26 बेनामी संपत्ति के मालिक कैसे बने तेजस्वी
भाजपा नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी आरोप पर नए आरोप लगाए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 26 साल में ही 26 बेनामी संपत्ति के मालिक बन गए।
पटना [जेएनएन]। भाजपा नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए आज नए आरोप लगाए और ट्वीट किया। अपने ट्वीट में उन्होंने कुछ दस्तावेज भी पोस्ट किए हैं जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि तेजस्वी यादव 26 साल में ही 26 बेनामी संपत्ति के मालिक बन गए हैं।
उन्होंने जो दस्तावेज की कॉपी पोस्ट की है उसमें लिखा है कि तेजस्वी प्रसाद यादव एवं 7 अन्य पर सीबीआई ने क्रिमिनल कांसपेरेसी, धोखाधड़ी और क्रिमिनल मिसकंडक्ट के केस में एफआइआर दर्ज किया है।
Annexure : Highlights of Press Conference on Lalu Yadav's Benami Propartypic.twitter.com/d9y85Uj4Zy
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) July 18, 2017
सीबीआइ द्वारा दर्ज एफआइआर में 2010 से 2014 के बीच प्रेम चन्द्र गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता ने डिलाइट मार्केटिंग कंपनी को राबड़ी देवी एवं तेजस्वी यादव को स्थानान्तरित कर दिया यानि जिस समय तेजस्वी यादव कम्पनी के मालिक बने वो बालिग थे उन्हें दाढ़ी मूँछ थी वे निमुछिया नहीं थे, जैसे वो दावा करते है।
सुमो ने कहा कि 2014 (जब तेजस्वी 24 वर्ष के थे) में जब डिलाइट मार्केटिंग के शेयर पूरी तरह से तेजस्वी को ट्रांसफर किए गए उस समय उस शेयर का बाजार मूल्य 94 करोड़ तथा सर्किल रेट में 32.5 करोड़ की जमीन को मात्र 65 लाख में कब्जे में ले लिया गया।
जब तेजस्वी यादव नाबालिग थे (16 वर्ष) उस समय उन्हें कांति सिंह और रघुनाथ झा की करोड़ों की जमीन सहित मकान दान में स्वीकार करने में कोई हिचक नहीं हुई। तेजस्वी यादव के नाम गोपालगंज और पटना में कुल 13 सम्पत्ति रजिस्टर्ड है। ये सभी सम्पत्ति उस समय रजिस्ट्री करायी गयी जब वो नाबालिग थे।
Highlights of Press Conference on Lalu Yadav's Benami Propartypic.twitter.com/iactUpTJ91— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) July 18, 2017
2 सम्पत्ति तब रजिस्ट्री हुई जब वो मात्र 3 वर्ष के थे। बाकी सभी सम्पत्ति जब लालू जी रेल मंत्री थे उस दौरान तेजस्वी यादव के नाम रजिस्ट्री की गयी जब वे नाबालिग थे। यानि नाबालिग (निमूच्छा) रहते उन्होंने इतनी सम्पत्ति इकट्ठा कर ली, लेकिन उस समय उन्होंने कभी सम्पत्ति लेने से इनकार नहीं किया।
डिलाइट मार्केटिंग की 3 एकड़ जमीन जब सरला गुप्ता ने तेजस्वी को 2013-14 में सौंपी उस समय वे दाढ़ी मूंछ सहित पूर्ण बालिग थे।
जब तेजस्वी ने 3 एकड़ जमीन पर 7 लाख 66 हजार स्क्वैर फीट के 12 मंजिला बिहार के सबसे बड़े माॅल के निर्माण का एग्रीमेंट 5 मई, 2016 को सुरसंड विधायक दोजाना की कम्पनी के साथ किया उस समय तेजस्वी केवल दाढ़ी-मूंछ वाले ही नहीं बल्कि राज्य सरकार के उप-मुख्यमंत्री भी थे।
डिलाइट मार्केटिंग, एबी एक्सपोर्ट्स, एके इंफोसिस्टम के माध्यम से जब तेजस्वी दिल्ली एवं पटना की 13 अन्य सम्पत्ति (मकान सहित) के मालिक बने उस समय तेजस्वी दुधमुंहा बच्चे नहीं बल्कि 23 वर्ष की उम्र के थे एवं पूर्ण बालिग थे।
इस प्रकार तेजस्वी यादव कुल 26 सम्पत्ति के मालिक हैं। इसमें से 13 सम्पत्ति कम्पनियों के माध्यम से है और 13 सम्पत्ति जो उनके नाम से रजिस्ट्री हुई है। कुल 26 सम्पत्ति में से 13 के मालिक वे तब बने जब वे या तो दुधमुंहे बच्चे थे या 8-9 वीं में पढ़ाई कर रहे थे।और 13 के मालिक तब बने जब वे 24 वर्ष की उम्र के थे दाढ़ी-मूँछ थी और पूर्णतया बालिग थे।
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उपरोक्त 26 में से 13 सम्पत्ति को आय कर विभाग ने बेनामी घोषित कर औपबन्धिक रूप से जब्त कर लिया है।
गिफ्ट लेते समय या जमीन लिखवाते समय कभी नहीं कहा कि मुझे दाढ़ी/मूंछ नही है इसलिए जमीन नहीं लूंगा। परन्तु दाढ़ी/मूंछ होने पर 13 बेनामी सम्पत्ति के मालिक बन गए और फंस गए तो कहते हैं कि मुझे तो उस समय दाढ़ी/मूंछ भी नहीं थी।
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