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Bihar Politics: नतमस्तक राजनीति ने बाबा साहब का किया स्मरण, कृतज्ञ राष्ट्र ने दी श्रद्धांजलि

राजनीतिक दलों ने रविवार को 133वीं जयंती पर संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर का स्मरण किया और उनके पद-चिह्नों पर चलने का संकल्प लिया। उनकी प्रतिमा व तस्वीर आदि पर फूल-माला आदि चढ़ाकर नेताओं ने श्रद्धांजलि दी और कहा कि कृतज्ञ राष्ट्र उनके सम्मान में सदैव नतमस्तक रहेगा। राजकीय समारोह में राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने श्रद्धांजलि दी।

By Vikash Chandra Pandey Edited By: Mohit Tripathi Published: Sun, 14 Apr 2024 10:42 PM (IST)Updated: Sun, 14 Apr 2024 10:42 PM (IST)
Bihar Politics: नतमस्तक राजनीति ने बाबा साहब का किया स्मरण, कृतज्ञ राष्ट्र ने दी श्रद्धांजलि
नतमस्तक राजनीति ने बाबा साहब का किया स्मरण। (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, पटना। राजनीतिक दलों ने रविवार को 133वीं जयंती पर संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर का स्मरण किया राजकीय समारोह में राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने श्रद्धांजलि दी। पटना उच्च न्यायालय से पश्चिम में अवस्थित आंबेडकर की प्रतिमा पर उन्होंने माल्यार्पण किया।

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सूचना एवं जन संपर्क विभाग के कलाकारों द्वारा आरती-पूजन व भजन-गीत आदि प्रस्तुत किए गए। समारोह में बिहार गीत की भी प्रस्तुति हुई।

भाजपा बोली, आंबेडकर के सपनों को पूरा कर रहे मोदी

भाजपा कार्यालय में अनुसूचित जाति मोर्चा की प्रदेश इकाई द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री जनक राम ने मुख्य अतिथि रहे।

उन्होंने कहा कि आंबेडकर का संघर्षपूर्ण जीवन व अनुसूचित जाति के लिए किए गए कार्य हम लोगों के लिए प्रेरणा-स्रोत हैं।

गन्ना उद्योग मंत्री कृष्णनंदन पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब आंबेडकर के सपने को पूरा कर रहे। अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रभारी प्रवीण दास तांती, मनोज चौधरी , मिलन रजक, प्रदीप राउत आदि ने श्रद्धांजलि दी।

जदयू ने कहा, वंचित वर्ग के उत्थान हेतु आजीवन संघर्षरत रहे

जदयू के प्रदेश कार्यालय में आंबेडकर की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि बाबा साहब वंचित वर्ग के उत्थान के लिए आजीवन संघर्षरत रहे।  वे शोषितों व वंचितों के मसीहा थे।

समाज में भेदभाव को समाप्त करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। विधान पार्षद संजय कुमार सिंह, ललन कुमार सर्राफ, रवींद्र प्रसाद सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन , पूर्व मंत्री शैलेश कुमार, प्रवक्ता अंजुम आरा आदि ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

आंबेडकर कांग्रेस के सदस्य नहीं थे, फिर भी नेहरू ने बनाया विधि मंत्री

कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय (सदाकत आश्रम) में जयंती समारोह की अध्यक्षता पूर्व करते हुए पूर्व मंत्री संजीव प्रसाद टोनी ने कहा कि डा. आंबेडकर राष्ट्र की प्रेरणा के स्रोत रहे हैं।

कांग्रेस ने उनकी विचारधारा का सदैव सम्मान किया है। कांग्रेस का सदस्य नहीं होने के बावजूद पंडित जवाहर लाल नेहरू ने अपनी पहली सरकार में उन्हें विधि मंत्री बनाया।

लाल बाबू लाल, अम्बुज किशोर झा, राजेश राठौड़, डॉ. संजय यादव आदि ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

राजद ने भी बाबा साहब को किया याद

राजद के कार्यालय में चित्र पर माल्यार्पण कर आंबेडकर को श्रद्धांजलि दी गई। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि आंबेडकर का संघर्षपूर्ण जीवन और सफलता की कहानी हर किसी के लिए प्रेरणादायी है।  संविधान निर्माण के साथ ही अनुसूचित जाति के लिए उन्होंने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

कार्यक्रम में श्याम रजक, भोला यादव, बीनू यादव, एजाज अहमद, मुकुंद सिंह, प्रमोद कुमार राम, निर्भय कुमार समेत दूसरे कई नेता उपस्थित रहे।

माले ने दी संविधान बचाने हेतु भाजपा से बचने की राय

माले ने जयंती समारोह में बाबा साहब को याद किया। केडी यादव, विधायक रामबली सिंह यादव, सरोज चौबे, आरएन ठाकुर आदि ने उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की और श्रद्धांजलि दी।

रामबली ने कहा कि देश में संविधान की हत्या हो रही और भाजपा खुलेआम संविधान को समाप्त करने की बात कह रही। ऐसे दौर में संविधान व लोकतंत्र को बचाने के लिए भाजपा की हार सुनिश्चित करना ही बाबा साहब को सच्चे अर्थों में याद करना है।

कुशवाहा बोले, कालेजियम व्यवस्था संविधान के अनुकूल नहीं

राष्ट्रीय लोक मोर्चा कार्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका में कालेजियम व्यवस्था संविधान के अनुकूल नहीं है। कार्यक्रम में मदन चौधरी, मोहन यादव, जागा कुशवाहा आदि उपस्थित रहे।

बाबा साहब की जयंती पर तेजस्वी-सहनी ने काटा केक

राजद नेता तेजस्वी यादव और विकासशील इंसान पार्टी सुप्रीमो मुकेश सहनी रविवार को गया, नवादा और जमुई में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। उन दोनों ने नवादा में केक काट भीमराव आंबेडकर को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।

सहनी ने नमन करते हुए कहा कि बाबा साहब ने संविधान में सर उठाकर जीने का अधिकार दिया। वह संविधान आज खतरे में है। संविधान को बदलने का षड्यंत्र हो रहा है। सचेत रहना होगा।  नवादा के राजद प्रत्याशी श्रवण कुशवाहा को केक खिलाकर जीत के लिए दोनों नेताओं ने शुभकामना दी।

नवादा की चुनावी सभा में जुटान से उत्साहित सहनी ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने बिहार में लोकसभा की सभी 40 सीटों पर जीत का दावा किया। लोगों से सिर उठाकर संघर्ष का आह्वान किया।

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