पटना में होगा एक और एयरपोर्ट, जल्द ही बिहटा से उड़ान भरेंगी फ्लाइटें
जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पटना का क्षमता का अधिकतम उपयोग हो रहा है। एेसे में राजधानी के बिहटा में 2022 तक एक और एयरपोर्ट बनकर तैयार होगा।
By Edited By: Published: Tue, 26 Mar 2019 07:00 AM (IST)Updated: Tue, 26 Mar 2019 08:59 AM (IST)
पटना, जेएनएन। पटना में जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के बाद जल्द ही शहरवासियों को एक और हवाईअड्डे का तोहफा मिलेगा। अभी काम कर रहे एयरपोर्ट का लोड कम करने के लिए बिहटा में हवाई अड्डा बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। राज्य सरकार की ओर से 108 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर एयरपोर्ट प्रबंधन को सौंप दिया गया है।
जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निदेशक राजेन्द्र सिंह लाहोरिया ने विशेष बातचीत में कहा कि जमीन का सर्वे पूरा हो गया है। बेंगलुरु की मशहूर सिनर्जी कंपनी को इसका काम सौंपा गया है। 31 मार्च तक रिपोर्ट सौंपे जाने की संभावना है। सिनर्जी कंपनी ही टर्मिनल भवन के निर्माण के लिए मिट्टी की जांच कर रही है। सर्वे के बाद लेआउट व इसका एस्टिमेट बनाने का काम शुरू होगा। एस्टिमेट व इसके मैप को स्वीकृति के लिए नागरिक विमानन मंत्रालय एवं राज्य सरकार के पास भेजा जाएगा। नक्शा स्वीकृत होने के बाद ही टेंडर की प्रक्रिया शुरू होगी। जुलाई के अंत तक एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। 2022 के मार्च के अंत तक निर्माण कार्य पूरा हो जाने की उम्मीद है।
शुरू हो गया है नक्शा बनाने का कार्य
राजेन्द्र सिंह लाहोरिया ने कहा कि बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण खुली जमीन में होना है। इस कारण काफी तेजी से काम होगा। बिहटा एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय विमानों का परिचालन शुरू करने के लिए अभी 156 एकड़ और जमीन की जरूरत है। सिनर्जी कंपनी सर्वे के बाद एयरपोर्ट का लेआउट बनाएगी। इसके साथ ही इसका नक्शा भी बनाने का काम शुरू किया गया है। अगले एक माह में यह बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी, एविएशन मिनिस्ट्री एवं राज्य सरकार के पास स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। जुलाई के अंत तक टेंडर की प्रक्रिया समाप्त होने की संभावना है।
जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निदेशक राजेन्द्र सिंह लाहोरिया ने विशेष बातचीत में कहा कि जमीन का सर्वे पूरा हो गया है। बेंगलुरु की मशहूर सिनर्जी कंपनी को इसका काम सौंपा गया है। 31 मार्च तक रिपोर्ट सौंपे जाने की संभावना है। सिनर्जी कंपनी ही टर्मिनल भवन के निर्माण के लिए मिट्टी की जांच कर रही है। सर्वे के बाद लेआउट व इसका एस्टिमेट बनाने का काम शुरू होगा। एस्टिमेट व इसके मैप को स्वीकृति के लिए नागरिक विमानन मंत्रालय एवं राज्य सरकार के पास भेजा जाएगा। नक्शा स्वीकृत होने के बाद ही टेंडर की प्रक्रिया शुरू होगी। जुलाई के अंत तक एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। 2022 के मार्च के अंत तक निर्माण कार्य पूरा हो जाने की उम्मीद है।
शुरू हो गया है नक्शा बनाने का कार्य
राजेन्द्र सिंह लाहोरिया ने कहा कि बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण खुली जमीन में होना है। इस कारण काफी तेजी से काम होगा। बिहटा एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय विमानों का परिचालन शुरू करने के लिए अभी 156 एकड़ और जमीन की जरूरत है। सिनर्जी कंपनी सर्वे के बाद एयरपोर्ट का लेआउट बनाएगी। इसके साथ ही इसका नक्शा भी बनाने का काम शुरू किया गया है। अगले एक माह में यह बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी, एविएशन मिनिस्ट्री एवं राज्य सरकार के पास स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। जुलाई के अंत तक टेंडर की प्रक्रिया समाप्त होने की संभावना है।
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