महाराष्ट्र से दूरी बना रहे बिहारी, मुंबई, पुणे और बेंगलुरु जाने वाली ट्रेनों में 50% सीट खाली
बिहार के लोग महाराष्ट्र की ओर जाने से अभी परहेज कर रहे हैं। इस कारण ट्रेन की पचास प्रतिशत से अधिक सीटें खाली ही जा रही हैं।
पटना, जेएनएन। कोरोना काल के पहले जहां बिहार से मुंबई और पुणे जाने वाली ट्रेनें हाउसफुल रहती थीं, वहीं अब राज्य से महाराष्ट्र जाने वाली ट्रेनों के लिए यात्री ही नहीं मिल रहे है। इसका प्रमुख कारण महाराष्ट्र एवं खासकर मुंबई में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले हैं। स्थिति यह है कि मुंबई, पुणे और बेंंगलुरु के लिए चलाई जा रही स्पेशल ट्रेनों में 50 फीसद बर्थ भी नहीं भर रही हैं।
सोमवार को दरभंगा-लोकमान्य तिलक स्पेशल ट्रेन सिर्फ 37 फीसद यानी 583 यात्रियों को लेकर रवाना हुई। पाटलिपुत्र से लोकमान्य तिलक जाने वाली ट्रेन भी 42 फीसद यानी 645 यात्रियों को लेकर रवाना हुई। दानापुर-पुणे स्पेशल ट्रेन में सिर्फ 582 यात्री सवार हुए। दानापुर-बेंगलुरू स्पेशल ट्रेन में 73 फीसद यानी 1093 यात्री सवार हुए। रक्सौल-आनंद विहार में 55 फीसद यानी 894 यात्री और राजेन्द्रनगर-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन में 67 फीसद यानी 919 यात्रियों के साथ रवाना हुई।
पूमरे के विभिन्न स्टेशनों से खुलीं 17 स्पेशल ट्रेनें
पूर्व-मध्य रेल (पूमरे) के विभिन्न स्टेशनों से सोमवार को कुल 17 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों के लिए खुलीं। दानापुर एवं दरभंगा स्टेशन से तीन-तीन ट्रेनें, पटना और मुजफ्फरपुर से दो-दो ट्रेनें टाटा, नई दिल्ली, पुणे और अहमदाबाद के लिए खुलीं। इसी तरह जयनगर, राजगीर, सहरसा, राजेंद्रनगर टर्मिनल, रक्सौल, पाटलिपुत्र स्टेशन से एक-एक ट्रेन विभिन्न स्टेशनों के लिए चलाई गई।
05 दिनों में 75 ट्रिप में 90 हजार लोगों ने की यात्रा
एक जून से 200 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन जारी है। पूर्व-मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों से पांच जून तक 75 ट्रिप स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं। इससे करीब 90 हजार यात्रियों को नई दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, अमृतसर, टाटा, हावड़ा, पुणे सहित आदि स्टेशनों तक पहुंचाया गया।
आज भी मुंबई, बेंगलुरु और पुणे की ट्रेनों में बर्थ खाली
मंगलवार को पटना से मुंबई स्पेशल ट्रेन में 800 और पाटलिपुत्र से मुंबई जाने वाली स्पेशल में 900 सीटें खाली है। वहीं दानापुर से पुणे जाने वाली ट्रेन में 650 बर्थ खाली हैं। वहीं दानापुर से बेंगलुरु जाने वाली स्पेशल ट्रेन में सोमवार की शाम तक 300 सौ सीटें खाली रहीं। यह वह ट्रेन है, जिसमें एक सप्ताह पहले ही वेटिंग की संख्या 200 के पार होती थी।
इन स्पेशल ट्रेनों में ठीक रही यात्रियों की संख्या
सोमवार को पटना-हावड़ा स्पेशल में 99 फीसद यानी 2008 यात्री सवार हुए। राजगीर-नई दिल्ली क्षमता से अधिक यानी 1458 की तुलना में 1560 यात्रियों को लेकर रवाना हुई। सहरसा-नई दिल्ली में भी 1510 के सापेक्ष 1518 यात्री सवार हुए। दरभंगा-नई दिल्ली में 98 फीसद, दरभंगा-अहमदाबाद में 98 फीसद, मुजफ्फरपुर-आनंद विहार में 97 फीसद भरी रही। जबकि जयनगर-अमृतसर स्पेशल हाउसफुल रही।
अति आवश्यक कार्य हो तभी यात्रा करें
पूमरे मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार राजेश कुमार ने कहा, पूमरे यात्रियों की सुविधा हेतु भारतीय रेलवे देश के विभिन्न स्टेशनों के लिए स्पेशल ट्रेनें चला रही है। महाराष्ट्र जाने वाली ट्रेनों में कम यात्री मिल रहे हैं। यात्रियों से अपील है कि अति आवश्यक कार्य हो तभी यात्रा करें। साथ ही जरूरी सावधानी और सफर के दौरान शर्तों का पूरा पालन करें।
03 जून की स्थिति
ट्रेन यात्री (फीसद में)
मुजफ्फरपुर-आनंदविहार 70
पटना-नईदिल्ली 62
रक्सौल-आनंदविहार 50
दानापुर-पुणे 62
पाटलिपुत्र-एलटीटी 77
दरभंगा-एलटीटी 69
05 जून की स्थिति
ट्रेन यात्री (फीसद में)
पटना-नई दिल्ली 62
रक्सौल-आनंद विहार 44
दानापुर-पुणे 38
दानापुर-बेंगलुरु 67
पाटलिपुत्र-मुंबई 37
दरभंगा-एलटीटी 35