Bihar Weather Alert: राज्य के कई जिलों में आज भी हो सकती है मूसलाधार बारिश, जानिए अपने जिले का हाल
राज्य में मानसून अभी सक्रिय है। दो जून तक कई जिलों में भारी बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। किशनगंज और पूर्णिया जिलों में गुरुवार से तेज बारिश के आसार हैं। पटना समेत आसपास के जिलों में उमस बढ़ेगी।
पटना, ऑनलाइन डेस्क। राज्य में आज भी बारिश के आसार हैं। कई जिलों में तेज तो कई में हल्की बारिश (Heavy to Medium Rain) हो सकती है। बुधवार को कई जिलों में मूसलाधार बारिश हुई। राजधानी समेत कई जिलों में उमस ने लोगों को परेशान किया। मौसम विभाग का कहना है कि अभी मानसून सक्रिय है। बारिश के आसार बने हुए हैं। प्रदेश के उत्तर पूर्व और दक्षिण मध्य बिहार में हल्की से मध्यम स्तर तक की बारिश हो सकती है। उत्तर पूर्व बिहार में मूसलाधार बारिश की संभावना है। वज्रपात के आसार को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
भागलपुर, कटिहार, अररिया, सुपौल, दरभंगा, मधुबनी, समेत अन्य जिलोंं में वज्रपात को लेकर लोगों को अलर्ट किया गया है। इसका खतरा आने वाले समय में और बढ़ सकता है। हालांकि राजधानी और इससे सटे जिलों में तपिश बढ़ेगी। पछुआ हवा के कारण यहां राहत मिली है।
जून में हुई औसत से 119 फीसद अधिक बारिश
बता दें कि जून महीने में मानसून ने रिकार्डतोड़ बारिश कराई है। महीने में 339.5 मिलीमीटर बारिश हुई है। यह औसत से 119 फीसद अधिक है। बिहार के 36 जिलों में अधिक बारिश दर्ज की गई है। हालांकि जिधर से मानसून ने प्रवेश किया उधर ही कम बारिश हुई। इनमें पूर्णिया और किशनगंज जिले शामिल हैं।बिहार में इस साल झमाझम बारिश हो रही है। जून के 30 दिनों में ही 339.5 MM बारिश हुई है, जो सामान्य से 119 फीसदी अधिक है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले 90 दिनों में पिछले कई साल का रिकॉर्ड टूट सकता है।
पूर्णिया और किशनगंज में आज से भारी बारिश के आसार
अब तक बिहार के 38 जिलों में से 36 में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जबकि पूर्णिया और किशनगंज में सामान्य से कम बारिश हुई है। हालांकि एक जुलाई से यहां तेज बारिश की उम्मीद है। माैसम विभाग की मानें तो मानसून सत्र में करीब एक हजार एमएम बारिश होती है लेकिन इस बार तो मानसून अवधि जून से सितंबर तक बारिश का रिकार्ड टूट सकता है। इधर राजधानी में बादल छाए रहने के बावजूद उमस की वजह से लोग परेशान रहे। पंखा और कूलर से भी लोगों को राहत नहीं मिल पा रही थी।