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ओएफएसएस :: 300 रुपये में इंटर में 20 स्कूलों में नामांकन का विकल्प

मैट्रिक के बाद छात्रों को अब इंटर में नामांकन कराने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Apr 2019 09:33 PM (IST)Updated: Sun, 07 Apr 2019 06:28 AM (IST)
ओएफएसएस :: 300 रुपये में इंटर में 20 स्कूलों में नामांकन का विकल्प
ओएफएसएस :: 300 रुपये में इंटर में 20 स्कूलों में नामांकन का विकल्प

पटना। मैट्रिक के बाद छात्रों को अब इंटर में नामांकन कराने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। पिछले वर्ष की तरह ही किसी भी इंटर कॉलेज और उच्च माध्यमिक स्कूल में नामाकन के लिए ऑनलाइन आवेदन ओएफएसएस पोर्टल पर स्वीकार किए जाएंगे। ऑनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फॉर स्टूडेंट्स (ओएफएसएस) सॉफ्टवेयर के माध्यम से 11वीं कक्षा में नामांकन की प्रक्रिया होगी। इसके लिए बिहार बोर्ड की ओर से अगले 10 दिनों में ओएफएसएस नामांकन प्रक्रिया की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।

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बताया जाता है कि इसके माध्यम से सूबे के लगभग 33 सौ इंटरमीडिएट स्तर के स्कूल व कॉलेजों में नामाकन होगा। परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि बोर्ड अब ओएफएसएस से इंटर के लिए नामांकन प्रक्रिया आरंभ करने की तैयारी करेगा। अगले 10 दिनों में इससे संबंधित सूचना जारी कर दी जाएगी। अब राष्ट्रीय बोर्ड के मैट्रिक परिणाम आने के बाद आवेदन प्रक्रिया आरंभ कर दी जाएगी।

मेधा सूची के आधार पर होगा कॉलेजों का आवंटन

ऑनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फॉर स्टूडेंट्स (ओएफएसएस) सॉफ्टवेयर के माध्यम से 11वीं कक्षा में नामांकन के लिए छात्रों की मेधा सूची के आधार पर कॉलेजों का आवंटन किया जाएगा। छात्र नामांकन के लिए वेबसाइट पर आवेदन करेंगे। इसके लिए 300 रुपये शुल्क तय किया गया है। छात्र एक साथ अपने पसंद के 20 इंटर स्कूल और कॉलेजों का विकल्प चुन सकते हैं।

वर्ष 2018 से 11.8 फीसद अधिक रहा रिजल्ट

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से जारी वार्षिक माध्यमिक परीक्षा का परिणाम वर्ष 2018 से 11.8 फीसद अधिक रहा। वार्षिक माध्यमिक परीक्षा, 2019 में 80.73 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। वर्ष 2018 में यह 68.89 प्रतिशत था। वार्षिक माध्यमिक परीक्षा, 2019 में 16 लाख 35 हजार 70 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इसमें आठ लाख आठ हजार 736 छात्र एवं आठ लाख 26 हजार 334 छात्राएं शामिल थीं। परीक्षा के लिए 16 लाख 60 हजार 609 छात्रों ने परीक्षा फॉर्म भरा था। इसमें 221 विद्यार्थियों को कदाचार के कारण परीक्षा से निष्कासित किया गया। इस बार दो लाख 90 हजार 666 प्रथम श्रेणी, पांच लाख 56 हजार 131 छात्र द्वितीय श्रेणी तथा चार लाख 54 हजार 450 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी से पास हुए। परीक्षा में कुल 13 लाख 20 हजार 36 पास हुए है, इसमें छह लाख 83 हजार नौ सौ 90 छात्र एवं छह लाख 36 हजार 64 छात्राएं शामिल है।

तीन लाख से अधिक छात्रों को कंपार्टमेंटल में मौका

मैट्रिक में तीन लाख 14 हजार 813 परीक्षार्थी फेल हुए हैं। इन छात्रों को मैट्रिक कंपार्टमेंटल परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा। परीक्षा के लिए 1418 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। परीक्षा 21 फरवरी से 28 फरवरी तक आयोजित की गई थी।


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