Bihar Quarantine Center News: नीतीश ने प्रवासी कामगारों से की अपील, कहा- क्वारंटाइन सेंटरों में न करें हंगामा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को क्वारंटाइन सेंटर पर रह रहे प्रवासी श्रमिकों से यह अपील की कि वे अनुशासन बनाए रखें। जिला प्रशासन को व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें।
पटना, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को क्वारंटाइन सेंटर पर रह रहे प्रवासी श्रमिकों से यह अपील की कि वे अनुशासन बनाए रखें। जिला प्रशासन को व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें। क्वारंटाइन नियमों का पालन कर वे स्वयं को, अपने परिवार को और पूरे समाज को सुरक्षित रखेंगे। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 को ले चल रहे बचाव व अन्य कार्यों पर आला अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक भी की। इस क्रम में उन्होंने यह निर्देश दिया कि क्वारंटाइन केंद्रों पर समुचित व्यवस्था रखें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को लाने की सुदृढ़ व्यवस्था की गयी है। लोगों को छिपकर या पैदल आने की आवश्यकता नहीं है। स्टेशन पर एवं सीमा पर पहुंचे लोगों को बसों एवं ट्रेनों के माध्यम से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है। गंतव्य स्थल तक जाने के लिए लोग पैदल नहीं चलें। ऐसे लोगों द्वारा नजदीक के थाने या प्रखंड में सूचना देने पर उन्हें वाहनों के माध्यम से गंतव्य स्थल तक पहुंचाने की व्यवस्था है। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिया कि ट्रेन के माध्यम से प्रवासी मजदूरों को जल्द से जल्द लाने की व्यवस्था की जाए क्योंकि बहुत सारे लोग ऐसी जगहों से आ रहे हैैं जहां कोरोना का संक्रमण बहुत ज्यादा है। ऐसे प्रवासी मजदूरों को लाने में विलंब होने से संक्रमण का खतरा और बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी ग्रामीण परिवारों को मास्क एवं साबुन उपलब्ध कराया जा रहा है। मास्क का सभी लोग प्रयोग जरूर करें। यह कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए उपयोगी है। सभी जनप्रतिनिधि स्वयं जागरूक रहें और लोगों को भी जागरुक करते रहें। सचेत एवं सतर्क रहने से ही कोरोना से बचा जा सकता है। जो प्रवासी मजदूर क्वारंटाइन सेेंटर में रह रहे हैैं उन्हें सरकार के निर्णय के अनुसार रेल किराया और पांच सौ रुपए उनके खाते में अंतरित किए जाने हैैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए अग्रिम की तैयारी करें।
मुख्यमंत्री ने पुन: यह कहा कि कोरोना संक्रमण से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए सरकार हर संभव कदम उठा रही है। लोग घबराएं नहीं। जब भी कठिन समय आया है, हमलोगों ने मिल-जुलकर संकट का सामना किया है।