Bihar Politics: सीएम नीतीश कुमार के लिए क्यों खास है 26 नवंबर? मंच से सबके सामने बताई इसके पीछे की वजह
Bihar Politics बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए 26 नवंबर का तारीख खास महत्व रखता है। सीएम नीतीश कुमार शनिवार को संविधान दिवस समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने मंच से इसके पीछे की वजह बताई है।
राज्य ब्यूरो, पटना । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को राजभवन में आयोजित संविधान दिवस समारोह में शामिल हुए। राज्यपाल फागू चौहान भी इस मौके पर मौजूद थे। संविधान दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान को अपनाया गया और 26 नवंबर 1950 को इसे लागू किया गया था। मेरे लिए तो 26 नवंबर का विशेष महत्व है।
बताया क्यों हैं 26 नंवबर का दिन महत्वपूर्ण
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि पहली बार इसी तारीख को 2005 में मैने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। वर्ष 2011 से 26 नवंबर को हम मद्य निषेध दिवस के रूप में मनाते हैं। वहीं 26 नवंबर 2016 से इस दिवस को नशामुक्ति दिवस के रूप में मनाया जाता है।
सीएम ने की मद्य निषेध की चर्चा
मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका लोकतंत्र के तीन मुख्य स्तंभ हैं। आज के इस कार्यक्रम में तीनों उपस्थित हैं। मद्य निषेध की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के नीति निर्देशक तत्व में भी इसकी चर्चा है। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय झा, विधि मंत्री शमीम अहमद, पटना उच्च न्यायालय के कई न्यायाधीश व मुख्य सचिव आमिर सुबहानी भी मौजूद थे।
शराब करीब 200 प्रकार की बीमारियों को बढ़ाता है
इसके पहले नशामुक्ति दिवस कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने कहा कि दुनिया भर में जितनी मृत्यु होती है उसका 5.3 प्रतिशत मृत्यु शराब पीने के कारण होती है। 20 से 39 आयु वर्ग के युवाओं की 13.5 प्रतिशत मृत्यु शराब पीने के कारण होती है। शराब करीब 200 प्रकार की बीमारियों को बढ़ाता है। टीबी, एड्स, एचआइवी, डायबिटीज आदि से होने वाली मृत्यु से ज्यादा मृत्यु शराब पीने से होती है। 27 प्रतिशत सड़क दुर्घटना शराब पीकर गाड़ी चलाने की वजह से होती है। अभी हाल ही में वैशाली में हुयी सड़क दुर्घटना ड्राइवर के द्वारा दारू पीकर गाड़ी चलाने के कारण हुई है। ड्राइवर तो बच गया लेकिन आठ लोगों की जान चली गयी। शराब हिंसक प्रवृत्ति को भी बढ़ाता है। महिलाओं के प्रति हिंसा में शराब का बड़ा योगदान है।