Move to Jagran APP

Bihar Politics:आखिर पटना सहित शहरी क्षेत्रों में क्‍यों जीत जाती भाजपा, तेजस्‍वी यादव करवाएंगे गहन समीक्षा

Bihar Politics नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी और राजद प्रदेश अध्‍यक्ष जगनानंद ने पूर्व मंत्री श्याम रजक की अध्यक्षता में कमेटी गठित की। पटना ग्रामीण क्षेत्राें के 14 में से नौ सीटों पर महागठबंधन की जीत हुई जबकि पटना शहरी क्षेत्र के चारों सीटों पर लंबे समय से भाजपा का कब्‍जा

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 09:47 AM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 09:47 AM (IST)
नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव की तस्‍वीर ।

पटना, मृत्युंजय मानी। Bihar Politics:  राष्‍ट्रीय जनता दल को पटना शहरी क्षेत्र के चारों विधानसभा क्षेत्रों के साथ राज्य के ज्‍यादातर शहरी विधानसभा क्षेत्रों में पराजय का मुंह देखना पड़ा। इन सीटों पर लंबे समय से भाजपा का कब्‍जा रहा है। आखिर राजद शहरी क्षेत्रों में क्‍यों जीत नहीं पाता,  पार्टी इसके कारणों की समीक्षा करेगी। कमी को दूर करने के लिए अभियान चलाएगी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इसके लिए पूर्व मंत्री श्याम रजक की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है।

loksabha election banner

पराजय के कारणों की  होगी तलाश

कमेटी में पूर्व मंत्री श्याम रजक के साथ प्रदेश राजद के चार महासचिव निराला यादव, प्रेम कुमार, मदन शर्मा, निर्भय अंबेडकर को रखा गया है। यह कमेटी पटना के बाद मुजफ्फरपुर मुंगेर सहित राज्य के शहरी क्षेत्रों में पराजय की समीक्षा कर कारणों की तलाश करेगी। पटना की कमेटी में पटना महानगर अध्यक्ष महताब आलम को भी रखा गया है। कमेटी मतदान केंद्र स्तर पर समीक्षा कर रिपोर्ट देगी। पटना शहरी क्षेत्र में चार विधानसभा क्षेत्र है। चारों सीटों बांकीपुर, कुम्हरार, दीघा और पटना साहिब पर वर्षो से भाजपा का कब्जा है। राजद दानापुर सीट को भाजपा से अपने कब्जे में लेने में सफल हो गयी है। कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र से राजद ने अपना प्रत्याशी उतारा था। बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से सीने स्टार शत्रुघ्न सिन्हा के पुत्र लव सिन्हा कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में थे। पटना साहिब भी कांग्रेस के कोटे में था। जबकि दीघा विधानसभा क्षेत्र भाकपा माले प्रत्याशी ने अपना भाग्य अजमाया। राजद सिर्फ कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ी थी। इसके बाद भी चारों विधानसभा क्षेत्र में हार के कारणों का अध्ययन करा रही है। कमेटी मतदान केंद्र स्तर पर समीक्षा कर यह जानकारी प्राप्त करेगी कि किस वर्ग के लोग वोट नहीं दिए, नहीं दिए तो क्यों? पूरी जानकारी के साथ रिपोर्ट देगी।

ग्रामीण क्षेत्रों में 14 में से नौ पर जीत

मतदान केंद्रों के प्रत्येक सेक्शन की समीक्षा होनी है।बता दें कि पटना जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन किया है। जिला 14 विधानसभा क्षेत्रों में 09 पर महागठबंधन अपनी झोली में डालने में सफल रहा। इसमें राजद के खाते में छह, कांग्रेस एक और भाकपा माले की झोली में दो सीटें गई है। भाजपा को पटना के चार सीटों सहित पांच सीटें मिली है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.