राजद विधायक ने कहा- बिहार में सबसे महंगी बिजली, तो भाजपा बोली; अब लालटेन का जमाना नहीं
Bihar Vidhansabha Budget Session बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विपक्षी विधायकों ने की बिजली बिल में गड़बड़ी की शिकायत महंगी बिजली का भी उठाया मुद्दा ऊर्जा विभाग के बजट भाषण में शामिल हुए पक्ष-विपक्ष के विधायक
पटना, राज्य ब्यूरो। ऊर्जा, उत्पाद एवं मद्य निषेध और आपूर्ति विभाग के बजट पर चर्चा के दौरान विपक्षी सदस्यों ने सरकार पर गड़बड़ी रोकने में विफल होने का आरोप लगाया तो सत्तारूढ़ दल के सदस्यों ने कहा कि इन विभागों में सरकार की उपलब्धियां बेहतर हैं। ऊर्जा विभाग के बजट पर कटौती का प्रस्ताव पेश करते हुए कांग्रेस के विजय शंकर दुबे ने कहा कि बिजली की व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है, लेकिन बिल में गड़बड़ी को लेकर आम लोग परेशान हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार किसानों को सिंचाई के लिए सस्ती बिजली उपलब्ध कराए।
एनटीपीसी को जमीन देने वाले किसानों को मुआवजा अब तक नहीं
राजद के रामकृष्ण सदा ने कहा कि पूरे देश में सबसे मंहगी बिजली बिहार में है। उन्होंने खगडिय़ा जिले के अलौली को अनुमंडल का दर्जा देने की मांग की। भाजपा के जनक सिंह ने कहा कि आज राज्य के हर घर में बिजली पहुंच गई है। यह सरकार की बड़ी उपलब्धि है। एनडीए की सरकार ने राज्य को लालटेन युग से निकाला। राजद के विजय सिंह ने नवीनगर स्थित एनटीपीसी के लिए जमीन देनेवाले किसानों को अबतक मुआवजा न देने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार की आलोचना की। जदयू के सुधांशु शेखर ने कहा कि राज्य के हरेक हिस्से में कम से कम 22 घण्टे बिजली की आपूर्ति हो रही है। यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बड़ी उपलब्धि है। राजद के भरत बिंद ने गरीबों का बिजली बिल माफ करने की मांग की।
नीतीश सरकार में छह गुना बढ़ी बिजली उपभोक्ताओं की संख्या
भाजपा के सुनील कुशवाहा ने कहा कि राज्य में 2005 में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या 24 लाख थी। अब यह एक करोड़ 67 लाख से अधिक है। भाकपा माले के अमरजीत कुशवाहा ने बिजली की अपनी उत्पादन इकाई न बनाने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की। उन्होंने बिजली के फर्जी बिलों को माफ़ करने की मांग की। बहस में सदस्य जितेंद्र कुमार, संजय तिवारी, सत्येंद्र यादव, बच्चा पांडेय, सूर्यकांत पासवान, मनोज कुमार यादव, सैय्यद रुकमुद्दीन, च्योति देवी, मिश्री लाल यादव और वीरेंद्र कुमार ने हिस्सा लिया।