एंबुलेंस मामले में घिरे अश्विनी चौबे, तेजस्वी बोले- एक ही एंबुलेंस का कितनी बार करेंगे उद्धाटन
Bihar Ambulance Politics बिहार में एंबुलेंस की सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। सारण से भाजपा के सांसद राजीव प्रताप रूडी के बाद अब बक्सर से भाजपा के ही सांसद और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे इस बार एंबुलेंस के मसले पर विपक्ष के निशाने पर हैं।
पटना/बक्सर, जागरण टीम। Bihar Ambulance Politics: बिहार में एंबुलेंस की सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। सारण से भाजपा के सांसद राजीव प्रताप रूडी के बाद अब बक्सर से भाजपा के ही सांसद और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे इस बार एंबुलेंस के मसले पर विपक्ष के निशाने पर हैं। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उन पर एक ही एंबुलेंस का चार बार उद्घाटन करने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि तीन बार उद्घाटन करने के बाद एक भी एंबुलेंस नहीं चली। दरअसल यह मसला सबसे पहले बक्सर सदर के कांग्रेस विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने उठाया था। तेजस्वी ने कहा कि अपने ही संसदीय क्षेत्र के लोगों से ठगी करने वाले देश के साथ क्या करते होंगे।
नए कलेवर में बार-बार सामने आ रही पुरानी एंबुलेंस : संजय तिवारी
शनिवार को बक्सर में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे द्वारा विश्वामित्र चलंत अस्पताल के उद्घाटन पर सदर विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने तंज कसा है। शनिवार को परिसदन में संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने भाजपा पर एंबुलेंस की चोरी का आरोप लगाते हुए एक ही एंबुलेंस का ही कलेवर बदलते हुए चार बार उद्घाटन करने का आरोप लगाया।
पहले डायल 102 सेवा के तहत हो रहा था संचालन
सदर विधायक ने बताया कि एसजेबीएन द्वारा प्रदत्त छह एम्बुलेंस का पिछले दो वर्षों से जिले में 102 के तहत संचालित किया जा रहा था। बाद में 13 अगस्त 2019 को इसी एंबुलेंस का बाइक के साथ धन्वंतरि चलंत अस्पताल के रूप में उद्घाटन किया गया, पर वह बाइक भी गायब हो चुकी है। 22 सितंबर 2020 को उसी एंबुलेंस को एचएलएल नामक एनजीओ को सौंपे जाने का पत्र प्रेषित किया गया, जिसका विरोध करने पर एचएलएल को एंबुलेंस तो नहीं मिली पर, 102 के तहत परिचालन भी बंद कर दिया गया।
विधायक ने पूछा- कहां चली गई 15 एंबुलेंस
कांग्रेस विधायक के मुताबिक इसके बाद चार अप्रैल को एकबार फिर टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत एम्बुलेंस का उद्घाटन किया जाता है और अब एकबार फिर 16 मई को उसी एम्बुलेंस का महर्षि विश्वामित्र चलंत अस्पताल के नाम से उद्घाटन कर दिया गया। ऐसे में सदर विधायक ने इस बात का सवाल उठाया है कि चार बार में 20 एंबुलेंस का उद्घाटन किया गया, तो बाकी 15 एंबुलेंस आखिर कहां चली गई?