लोजपा सांसद चिराग पासवान की बढ़ेगी परेशानी, बिहार CM नीतीश कुमार और पशुपति पारस की मुलाकात से संदेश
Bihar Politics पशुपति कुमार पारस ने सोमवार को पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। यह मुलाकात इस मायने में खास है कि पारस के साथ उनके भतीजे एवं सांसद प्रिंस राज और कृष्ण राज भी थे।
राज्य ब्यूरो, पटना : लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में टूट और फिर पांच सांसदों के साथ अलग गुट बनाकर केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद हासिल करने वाले पशुपति कुमार पारस ने सोमवार को पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। यह मुलाकात इस मायने में खास है कि पारस के साथ उनके भतीजे एवं सांसद प्रिंस राज और कृष्ण राज भी थे। वैसे तो नवादा के सांसद चंदन सिंह भी थे, लेकिन भतीजों के साथ सीएम से मुलाकात करके पारस ने चिराग पासवान के लिए भी कई संदेश छोड़े, जिसमें भविष्य की रणनीति की झलक भी दिखी। पारस ने पहला संकेत दिया कि रामविलास पासवान के निधन के बाद वह पूरे परिवार को साथ लेकर चलने में सक्षम हैं। इस मोर्चे पर पारस ने चिराग को अलग-थलग साबित करने की कोशिश की। दूसरा संकेत है कि लोजपा पर उनकी दावेदारी कभी कमजोर नहीं हुई है। नीतीश-पारस की मुलाकात के मायने यह भी है कि भविष्य में राजग गठबंधन में भाजपा और जदयू के साथ लोजपा (पारस गुट) की ही भागीदारी होगी।
मुख्यमंत्री ने शाल ओढ़ाकर पशुपति पारस का स्वागत किया। लोजपा के मुख्य प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल के मुताबिक यह शिष्टाचार मुलाकात थी। पारस ने बिहार में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग स्थापित करने के लिए पटना में क्षेत्रीय कार्यालय खोलने के लिए जमीन उपलब्ध कराने की दिशा में पहल करने हेतु मुख्यमंत्री से आग्रह किया। मुलाकात के दौरान पारस ने 23 अगस्त को हाजीपुर में उनके काफिले पर हुए हमले और फिर दिल्ली में उन्हें फोन पर मिली धमकी की भी चर्चा की और इसकी जांच कराने की मांग की।
पीएम पद की कोई वैकेंसी नहीं
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद मीडिया के सवालों पर पारस ने कहा कि अभी प्रधानमंत्री की कोई वैकेंसी नहीं है। एनडीए में इस पद के कई दावेदार हैं, जिनमें नीतीश कुमार हैैं। मैं भी हूं और कई नेता हैं। उनसे पूछा गया था कि जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सीएम नीतीश कुमार को पीएम मैटिरियल बताया गया है। पारस ने लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सवाल पर कहा कि या मामला चुनाव आयोग के पास विचाराधीन है। आयोग के फैसले के बाद ही निर्णय हो सकेगा कि लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान होंगे या पशुपति कुमार पारस।