RJD के खेमे में मांझी ने गाड़ दिया है तंबू, लोजपा ने किया ये दावा; PM मोदी पर तल्ख बयानों का किया विरोध
Bihar Politics मांझी ने हर खेमे में अपने तंबू लगा रखे हैं और जब जहां फायदा दिखता है वहां चले जाते हैं। चाहे वह 2015 में बीजेपी के आगे-पीछे करने की बात हो या नीतीश कुमार से रिश्ते खराब होने के बाद राजद के आगे-पीछे करने की बात हो
पटना, ऑनलाइन डेस्क। Bihar Politics: बिहार में एनडीए गठबंधन का हिस्सा और सरकार में शामिल दल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी आजकल अपने बयानों से हंगामा मचाए हुए हैं। उनके बारे में कहा जाता है कि वे अक्सर पब्लिसिटी के लिए बढ़-चढ़ कर बयान देते रहते हैं। हाल में उन्होंने लगातार दो दिन सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाते हुए बयान दिए हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोरोना टीकाकरण के प्रमाणपत्र पर अपनी तस्वीर छपवाने का इतना ही शौक है तो मृत्यु प्रमाण पत्र पर भी तस्वीर छपवा लेनी चाहिए। अब बिहार की ही एक और महत्वपूर्ण राजनीतिक पार्टी लोजपा ने कहा है कि मांझी के ये बयान सिर्फ पब्लिसिटी स्टंट नहीं बल्कि उनके आगे की रणनीति का चेहरा हैं।
समझौते पर टिका है मांझी का सियासी वजूद
चिराग पासवान की पार्टी लोजपा की प्रदेश प्रवक्ता सुरभि ठाकुर ने कहा कि मांझी सहूलियत के हिसाब से राजनीति करते हैं। उन्होंने अपने तंबू हर खेमे में लगाए हुए हैं। उनका सियासी वजूद ही समझौते पर टिका है, इसलिए उन्हें सोच-समझ कर ही किसी पर टिप्पणी करनी चाहिए। जिस पार्टी का सियासी आधार ही समझौता हो वह किसी और पर सवाल खड़े करे तो अच्छा नहीं लगता है।
मांझी की आवाजाही का का पूरा ब्योरा रखा
सुरभि ने कहा कि मांझी ने हर खेमे में अपने तंबू लगा रखे हैं और जब जहां फायदा दिखता है, वहां चले जाते हैं। चाहे वह 2015 में बीजेपी के आगे-पीछे करने की बात हो या नीतीश कुमार से रिश्ते खराब होने के बाद राजद के आगे-पीछे करने की बात हो या फिर राजद की तरफ से बहिष्कृत होने के बाद दोबारा एनडीए से जुड़ने की बात हो या एनडीए में बात बनने के पहले ओवैसी के साथ मीटिंग करने की बात हो।
नीतीश कुमार को खुश करने के लिए दे रहे बयान
सुरभि ने कहा कि नीतीश कुमार को खुश करने के लिए मांझी इस तरह के बयान लगातार दे रहे हैं। वे विधान परिषद और बिहार सरकार में एक और मंत्री पद चाहते हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री की चापलूसी कर रहे हैं। हालांकि वे मुख्यमंत्री की सियासत को समझने में फेल हैं और उनका ये तरीका काम नहीं आने वाला है।