Bihar Politics: चिराग पासवान को केसी त्यागी की नसीहत, अलग रास्ता भले हो पर रिश्ते की निरंतरता बनी रहे
केसी त्यागी ने चिराग पासवान को पत्र लिख कर नसीहत दी कि वे रामविलास पासवान का यह पाठ याद रखें कि अलग रास्ते होते हुए भी रिश्ते की निरंतरता बनी रहे। त्यागी ने कहा कि लोजपा संसदीय बोर्ड ने उनके बारे में ऐसा वक्तव्य दिया जो भ्रामक है।
राज्य ब्यूरो, पटना। जनता दल युनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने शुक्रवार को लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को पत्र लिख कर यह नसीहत दी कि वह रामविलास पासवान का यह पाठ सदैव याद रखें कि अलग रास्ते होते हुए भी रिश्ते की निरंतरता बनी रहे। त्यागी ने अपने पत्र में लिखा कि लोजपा संसदीय बोर्ड ने उनके बारे में ऐसा वक्तव्य दिया जो वास्तविकता से दूर एवं भ्रामक है।
समता व समानता के बराबर के हिस्सेदार रहे हम
जदयू और लोजपा लोहिया, जेपी, चौधरी चरण सिंह व कर्पूरी ठाकुर के सिद्धांत व कार्यक्रम में यकीन करने वाले संगठन रहे हैं। रामविलास पासवान और उनका लगभग चार दशकों का साथ रहा है। समता व समानता के संघर्ष में बराबर के हिस्सेदार रहे हैं। हमें उनकी अकाल मृत्यु पर अफसोस है। ऐसे साथी के निरादर करने का सवाल पैदा नहीं होता। इसलिए वैचारिक मतभेद के बजाय कार्य पद्धति भिन्न थी यह कहा जाए तो ज्यादा बेहतर होगा।
अधिक सीटें मांगने से नहीं हुआ समझौता
केसी त्यागी ने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर जदयू व लोजपा में कभी कोई चर्चा नहीं हुई। भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने यह स्वीकार किया है कि लोजपा अधिक सीटों की मांग कर रही थी इस वजह से समझौता नहीं हो सका। एनडीए के खराब प्रदर्शन पर हुआ मंथन यह बताता है कि लोजपा के नकारात्मक रूप से राजद को मदद मिली और हमारे कई उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा। चुनावी सभाओं में आपने कई अवसर पर मुख्यमंत्री को भ्रष्टाचार में जेल भेजने संबंधी जो वक्तव्य दिए वह अवांछनीय था। गौरतलब है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने शुक्रवार को ट्वीट कर तेजस्वी यादव और चिराग पासवान के बीच गुप्त गठबंधन होने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि आप दोनों खुलकर सामने आएं, कोई कुछ नहीं कहेगा।