Bihar Politics: चिराग ने कसा तंज, बोले- जोड़ने का तो पता नहीं लेकिन ललन सिंह तोड़ने में माहिर
ललन सिंह के सामने कोई विरोधी टिक नहीं पाता जदयू नेताओं के इस बयान पर लोजपा सांसद चिराग पासवान ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि वे खुद अपनी पार्टी में कैसे टिके स्वयं जानते हैं। सीएम नीतीश कुमार को लेकर भी उन्होंने बयान दिया।
पटना, आनलाइन डेस्क। सांसद चिराग पासवान (LJP MP Chirag Paswan) ने कहा है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (JDU National President Lalan Singh) को जोड़ने का अनुभव है या नहीं, यह वे नहीं जानते लेकिन तोड़ने का अनुभव तो उन्हें जरूर है। लोजपा को तोड़ने में उनकी अहम भूमिका रही। इस दौरान बिहार के सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को पीएम मैटेरियल बताए जाने पर भी उन्होंने कटाक्ष किया। आशीर्वाद यात्रा पर निकलने से पहले चिराग ने कहा कि यूपी में उनकी पार्टी के कई विधायक होते थे। उनके पिता का वहां बड़ा जनाधार रहा। संसदीय बोर्ड की बैठक में इसका फैसला हो जाएगा। गठबंधन का क्या स्वरूप होगा, या कैसे चुनाव लड़ा जाएगा, इसपर निर्णय महीनेभर में होगा।
नीतीश कुमार की बड़ी है महत्वाकांक्षा
ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने के बाद जदयू के इस बयान पर कि उनके सामने कोई नहीं टिक सकता चिराग ने कहा कि वे खुद अपनी पार्टी में कैसे टिक पाए हैं, वे खुद समझते हैं। कंपंसेट करने के लिए उन्हें यह पोस्ट दिया गया है। लोजपा को तोड़ने का उन्हें इनाम मिला है। उन्हें तोड़ने का बड़ा अनुभव है। नीतीश कुमार को पीएम मैटेरियल बताए जाने पर उन्होंने कहा कि पहले वे सीएम मैटेरियल बन जाएं। 2014 में वे पीएम मैटेरियल साबित करने के लिए ही नरेंद्र मोदी जी से अलग हुए थे। उनकी महत्वाकांक्षा बड़ी है। लेकिन जितनी चिंता वे अपनी पार्टी की करते हैं, उतनी बिहार की कर लें तो बेहतर होगा।
लोजपा में टूट के लिए बताते रहे हैं जिम्मेदार
बता दें कि चिराग पासवान पिछले विधानसभा चुनाव के समय से ही सीएम नीतीश कुमार पर हमलावर रहे हैं। जदयू के उम्मीदवारों के विरोध में उन्होंने लोजपा का प्रत्याशी खड़ा कर दिया था। कहा जाता है कि इसी का बदला जदयू ने लोजपा की बगावत से लिया। चिराग पासवान अपनी पार्टी में टूट के लिए भी सीएम को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि व्यक्तिगत तौर पर वे नीतीश कुमार जी का सम्मान करते हैं। वे उनके लिए आदरणीय हैं। लेकिन उनकी नीतियों के वे विरोधी हैं।