Bihar Politics: सुशील मोदी ने लालू को बताया तेजस्वी को सीएम बनाने का नया फार्मूला, मुख्यमंत्री पर साधा निशाना
Bihar Politics भाजपा से राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है। उन्होंने तंज के अंदाज में कहा है कि अगर लालू यादव जदयू के पांच विधायकों को राजद में शामिल करा लेते हैं तो तेजस्वी बिहार के सीएम बन सकते हैं।
राज्य ब्यूरो, पटना । बिहार में जदयू और बीजेपी का गठबंधन टूटने के बाद सियासी बयानबाजी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच अब भाजपा से राज्यसभा के सांसद सुशील मोदी ने लालू यादव को तेजस्वी को सीएम बनाने का फार्मूला बताया है।
सुशील मोदी ने लालू को दी सलाह
सुशील मोदी ने कहा है कि यदि अपने पुत्र तेजस्वी को मुख्यमंत्री पद पर देखना चाहते हैं, तो उन्हें न 2023 का इंतजार करना चाहिए और न मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हुई किसी डील पर भरोसा करना चाहिए। नीतीश कुमार दो बार स्वयं लालू को, दो बार भाजपा को और एक बार जीतनराम मांझी को धोखा दे चुके हैं, तब एक बार फिर धोखा देकर तेजस्वी यादव को सीएम बनाने की डील से मुकर जाने में उन्हें क्या मुश्किल होगी। उन्होंने कहा कि राजद, भाजपा जैसे बड़े दलों को ही नहीं, नीतीश कुमार तो तीन बार बिहार के जनादेश के साथ विश्वासघात कर चुके हैं। वे अब आदती विश्वासघाती हैं। लालू अगर जेडीयू के केवल पांच विधायकों को आरजेडी में मिला लेते हैं, तो उनका बेटा बिहार का मुख्यमंत्री बन जाएगा।
सीएम नीतीश कभी नहीं बन सकते पीएम
विधानसभा में स्पीकर राजद के हैं। नीतीश कुमार कुछ नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को भी यह मालूम है कि वे कभी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते हैं, इसलिए किसी डील के नाम पर तेजस्वी यादव को बिहार की सत्ता सौंपने की गलती नहीं करेंगे। यदि ऐसा किया तो वे कहीं के नहीं रहेंगे। जगदानंद सिंह मुख्यमंत्री को लेकर किसी गलतफहमी में न रहें। नीतीश कुमार ने आजतक किसी भी समझौते का पालन नहीं किया है।
2023 में तेजस्वी बनेंगे सीएम
गौरलतब है कि गुरुवार को दिल्ली में राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने यह बयान दिया था कि सीएम नीतीश कुमार 2023 में तेजस्वी यादव को बिहार का सीएम बना देंगे। उसके बाद वो राष्ट्रीय राजनीति के लिए आगे बढ़ेंगे। इस बयान पर जदयू की तरफ से पलटवार के बाद तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें सीएम बनने की हड़बड़ी नहीं है। साथ पार्टी नेताओं से इस तरह की बयानबाजी से बचने की नसीहत दी।