बिहारः बीजेपी का राजद-कांग्रेस से सवाल, कन्हैया की एंट्री के बाद महागठबंधन का नेता तेजस्वी या बात कुछ और
कन्हैया कुमार कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। बिहार में कांग्रेस और राजद महागठबंधन का हिस्सा हैं। कन्हैया की एंट्री के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बड़ा सवाल उठा दिया है। आखिर अब तेजस्वी और कन्हैया में महागठबंधन का नेता कौन है?
जागरण टीम, पटना। जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने एक दिन पहले दिल्ली में सीपीआइ का सालों पुराना साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया। बिहार में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) महागठबंधन का हिस्सा हैं। कन्हैया की एंट्री के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बड़ा सवाल उठा दिया है। बिहार सरकार में मंत्री व बीजेपी विधायक जीवेश कुमार ने बुधवार को पटना में मीडिया से बात करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव और कन्हैया कुमार पहले आपस में बातकर ये तय करें कि दोनों में से महागठबंधन का नेता कौन है?
बिहार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार ने कहा कि कन्हैया कांग्रेस 'आई' में आते तो अच्छा रहता पर वो कांग्रेस 'गई' में शामिल हुए हैं, इस लिए हमें कोई चिंता नहीं है। कन्हैया के आने से राजद पर असर पड़ने के सवाल पर जीवेश ने कहा कि निश्चित रूप से आरजेडी और कांग्रेस में फर्क पड़ेगा। उन्होंने कहा कि तेजस्वी और कन्हैया आपस में बात कर लें कि दोनों में कौन महागठबंधन का नेता बनना चाहता है।
कौन तेजप्रताप यादव?
पत्रकारों ने जीवेश कुमार से पूछा कि तेजप्रताप ने बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग की है, जीवेश ने कहा कि कौन तेजप्रताप? बिहार तो देने वाला राज्य रहा है लेने वाला नहीं। उन्होंने कहा कि तेजप्रताप से जाकर पूछिएगा कि उनके पिता जी के 15 साल के कार्यकाल में अगर काम हुआ होता तो आज बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मांगने और स्पेशल पैकेज की जरूरत न पड़ती। जीवेश ने कहा कि जब राजद को मौका मिला तो लाठी में तेल पिलाया। अब हमें मौका मिला है तो कलम में स्याही भर रहे हैं। मंत्री ने कहा कि एनडीए की सरकार की वजह से ही आज बिहार शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी आगे निकल चुका है। बिहार में राजग सरकार मजबूती से कार्य कर रही है।