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साइबर क्राइम के अंतरराष्‍ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश, एक नाइजीरियन सहित दो गिरफ्तार

बिहार पुलिस को साइबर क्राइम के बड़े अंतरराष्‍ट्रीय गिरोह के उद्भेदन में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने दिल्‍ली से दो अपराधियों को पकड़ा है। पूरा मामला जानिए इस खबर में।

By Amit AlokEdited By: Published: Tue, 09 Oct 2018 11:08 PM (IST)Updated: Wed, 10 Oct 2018 10:55 AM (IST)
साइबर क्राइम के अंतरराष्‍ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश, एक नाइजीरियन सहित दो गिरफ्तार
साइबर क्राइम के अंतरराष्‍ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश, एक नाइजीरियन सहित दो गिरफ्तार

पटना [राज्य ब्यूरो]। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने एक बड़े अंतरराष्ट्रीय साइबर गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में ईओयू दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर पटना ले आई है। दोनों को यहां अदालत में पेश करने के बाद बेउर जेल भेज दिया गया है।

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ईओयू के अपर पुलिस महानिदेशक जेएस गंगवार ने बताया कि दिल्ली से गिरफ्तार दो साइबर अपराधियों में एक अगस्टिन ओडिक्को (34) नाइजीरिया का, जबकि दूसरा लालडिस्टक मणिपुर का रहने वाला है। इन दोनों ने मिलकर पटना के पाटलिपुत्र थानाक्षेत्र की रहने वाली एक महिला को उसके बैंक खाते में 85 हजार पौंड का इनाम जीतने का लालच दिया और उससे 84 लाख, 56 हजार, 645 रुपये की ऑनलाइन ठगी की। इस मामले में महिला ने पाटलिपुत्र थाने में 27 जुलाई को प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

ठगी की शिकार महिला से इन दोनों साइबर अपराधियों ने एक-दो बार नहीं बल्कि 12 मर्तबा कभी राष्ट्रीयकृत बैंकों में तो कभी निजी बैंकों में 84.56 लाख रुपये अपने 18 खातों में जमा करवाए थे। दोनों ने इस महिला से लगातार चार महीने तक ठगी की।

मामला पाटलिपुत्र थाने में दर्ज होने के बाद ईओयू के एडीजी गंगवार ने अपने निर्देशन में इसके अनुसंधान की कार्ययोजना तैयार की और इसकी जिम्मेदारी एएसपी सुशील कुमार को सौंपी। बाद में अनुसंधान के लिए दो अलग-अलग टीमों का गठन कर एक टीम को कोलकाता तथा दूसरी को दिल्ली भेजा गया। जबकि, बिहार पुलिस की साइबर क्राइम सेल के अन्य पदाधिकारी इन दोनों टीमों को पटना से तकनीकी सहयोग देते रहे।

इसमें पहली सफलता दिल्ली गई टीम को मिली, जब उसने मुनिरका इलाके से मणिपुर के रहने वाले युवक लालडिस्टक को मोबाइल फोन, आधारकार्ड, पैनकार्ड और वोटर आइडी के साथ धर-दबोचा। लालडिस्टक के बैंक खाते में उस महिला के पैसे ट्रांसफर हुए थे। जब लालडिस्टक से सख्ती से पूछताछ की गई तो साइबर ठगी के इस मामले की कडिय़ां आपस में जुडऩे लगीं। फिर साइबर क्राइम की टीम ने अगस्टिन ओडिक्का को उत्तमनगर में एक स्वर्णाभूषण की दुकान से तब दबोचा, जब वह धोखाधड़ी के पैसे से सोने के गहने खरीद रहा था।

उसके पास से साइबर क्राइम टीम ने नाइजीरिया का एक पासपोर्ट, चार मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक एटीएम कार्ड, बैंक ट्रांजेक्शन से संबंधित डिटेल आदि बरामद किए। दोनों को दिल्ली स्थित मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर पटना लाया गया। दोनों के पास से पुलिस ने साइबर क्राइम से संबंधित कई साक्ष्य भी बरामद किए हैं।

पुरस्कृत होंगे पुलिस पदाधिकारी व कर्मी

यह बिहार पुलिस के लिए साइबर क्राइम की किसी बड़ी वारदात के उद्भेदन का पहला मामला है। इस टीम में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा। इस टीम में पुलिस निरीक्षक मदन प्रसाद सिंह, अवर पुलिस निरीक्षक सत्येंद्र प्रसाद, अवधेश कुमार, सिपाही सनातन कुमार, जगदीश प्रसाद सेन व महिला सिपाही कुमारी इंदु सिन्हा शामिल थी।


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