Bihar News: पासपोर्ट बनाना हुआ आसान, पटना के साथ पूर्णिया और सुपौल में शुरू हुई नई व्यवस्था
Passport Police Clearance पासपोर्ट को आवेदन ज्यादा होने की वजह से पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट की मांग भी बढ़ी हैं। इसको लेकर विदेश मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। अब पटना के साथ पूर्णिया और सुपौल में नई व्यवस्था लागू की गई है।
जागरण संवाददाता, पटना। पासपोर्ट बनाने को लेकर अक्सर लोगों को समस्या होती है। लेकिन अब बिहार में पासपोर्ट बनवाना आसान होगा। विदेश मंत्रालय की तरफ से नई पहल की गई है। पटना स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र के अलावा अब पूर्णिया और सुपौल के डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र में भी पुलिस क्लियरेंस सर्टिफिकेट (पीसीसी) की सुविधा उपलब्ध होगी।
पीसीसी के लिए अब लिए जाएंगे 850 आवेदन
यही नहीं, पीसीसी के लिए लंबी प्रतीक्षा सूची को देखते हुए अप्वाइंटमेंट की संख्या में करीब चार गुना वृद्धि की गई है। विदेश मंत्रालय की पहल पर 28 सितंबर से इन तीनों केंद्रों पर पीसीसी के लिए अब 850 आवेदन लिए जा सकेंगे। नई व्यवस्था से कम समय में पीसीसी मिलने के कारण पासपोर्ट बनाना सहज होगा।
- पटना स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र के अलावा अब पूर्णिया और सुपौल के डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र में भी पुलिस क्लियरेंस सर्टिफिकेट की सुविधा
- पीसीसी के लिए लंबी प्रतीक्षा सूची को देखते हुए अप्वाइंटमेंट की संख्या में करीब चार गुना वृद्धि की गई
पहले पीसीसी के लिए 255 लोगों को मिलता था अप्वाइंटमेंट
पहले सिर्फ पटना स्थित पासपोर्ट केंद्र में ही पीसीसी के लिए आवेदन किया जाता था। वहीं, रोजाना 225 लोग ही पीसीसी के लिए अप्वाइंटमेंट ले सकते थे। विदेश में पढ़ाई या नौकरी करने जाने वालों को पीसीसी की जरूरत होती है। पहले कुछ ही देशों में जाने वाले लोगों को पीसीसी की जरूरत पड़ती थी, लेकिन हाल में कई खाड़ी देशों ने इसे अनिवार्य कर दिया है। इस कारण पीसीसी लेने वालों की संख्या में बड़ी वृद्धि हुई।
बुधवार से तीनों केंद्रों पर लिए जाएंगे आवेदन
पटना स्थित पासपोर्ट केंद्र में फिलहाल पीसीसी के लिए दो महीने की वेटिंग लिस्ट है। क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ताविशी बहल पांडेय ने बताया कि सिस्टम अपग्रेड कर दिया गया है। पीसीसी के लिए लाइनें बढ़ा दी गई हैं। बुधवार से तीनों केंद्रों पर 850 पीसीसी आवेदन लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 24 सितंबर को विभाग ने पटना में विशेष अभियान चलाया था। इसके तहत एक ही दिन में दो हजार पीसीसी का निपटारा किया गया था।