हैरी के बाद सुरमुख बना बिहार पुलिस के लिए सिर दर्द, मुर्गी के दाने में रखकर भेजता था शराब
पंजाब से बिहार में करोड़ों की अवैध शराब भेजने वाले पुष्पिंदर सिंह धारीवाल उर्फ हैरी को सोमवार को पूछताछ के बाद मुजफ्फरपुर जेल भेज दिया गया। मद्य निषेध इकाई की टीम अब शराब की आपूर्ति में मुख्य सहयोगी रहे उसके पिता सुरमुख सिंह धारीवाल की तलाश में जुट गई है।
राज्य ब्यूरो, पटना : पंजाब से बिहार में करोड़ों की अवैध शराब भेजने वाले पुष्पिंदर सिंह धारीवाल उर्फ हैरी को सोमवार को पूछताछ के बाद मुजफ्फरपुर जेल भेज दिया गया। मद्य निषेध इकाई की टीम अब शराब की आपूर्ति में मुख्य सहयोगी रहे उसके पिता सुरमुख सिंह धारीवाल की तलाश में जुट गई है। पंजाब पुलिस की मदद से सुरमुख की तलाश में मोहाली में छापेमारी भी की गई मगर वह नहीं मिला। पुलिस को शक है कि वह मोहाली से फरार हो गया है, मगर पंजाब में ही कहीं छिपा है। सुरमुख सिंह धारीवाल पंजाब का बड़ा शराब कारोबारी है। वह बिहार से पहले गुजरात में शराब की अवैध आपूर्ति करता था। इस मामले में उसे गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। करीब दो साल पहले ही वह जेल से छूटकर आया है।
मोतिहारी में भी मिली हैरी की भेजी शराब
इधर, गिरफ्तार पुष्पिंदर उर्फ हैरी से हुई पूछताछ में पुलिस को मोतिहारी में भी उसकी भेजी शराब मिलने की पुष्टि हुई है। करीब एक सप्ताह पहले मुजफ्फरपुर के पिपरा से नागालैंड के नंबर वाले ट्रक में शराब की बड़ी खेप पकड़ी गई थी। पूछताछ में हैरी ने स्वीकार किया कि वह शराब भी उसने ही पंजाब से बिहार के मोतिहारी भेजी थी।
मुर्गी के दाने और चोकर में छिपाकर भेजता था शराब
पंजाब से बिहार शराब भेजने के लिए हैरी ट्रक में शराब की पेटियों को मुर्गी के दाने और चोकर के बोरों से ढक देता था। पंजाब से वाया उत्तरप्रदेश होकर वह बिहार तक शराब पहुंचा रहा था। बिहार में अवैध शराब के लोकल डीलर उसे चेकपोस्ट और पुलिस चेकिंग से जुड़ी जानकारी देकर सुरक्षित शराब पहुंचाने में मदद करते थे।
हैरी ने भी खूब बदला था पता
पुलिस सूत्रों की मानें तो पिता सुरमुख की तरह हैरी ने भी पकड़े जाने से पहले कई ठिकाने बदले थे। मुजफ्फरपुर और सारण में पकड़ी गई शराब की खेप के बाद जो इनपुट मिला, उसके आधार पर छानबीन में उसका दस से अधिक पता मालूम चला। मोहाली के अलावा अंबाला और चिरागपुर में भी पुलिस ने उसकी खोज की थी। एक बार तो खोज में गई वैशाली पुलिस को उसने चकमा भी दे दिया था मगर मद्य निषेध इकाई की टीम उसके खिलाफ साक्ष्य इकट्ठा करने में जुटी रही। आखिरकार, मोहाली के सोहना थाना क्षेत्र से उसे पकड़ा गया।