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चुनाव हारने के बाद बिहार में खाली नहीं होती विधायक की जेब, 991 पूर्व MLA को मिलती है इतनी बड़ी राशि की पेंशन

बिहार में एक बार विधायक बन गए तो पूरी जिंदगी आपकी जेब खाली नहीं होने वाली है। चुनाव जीतने पर मोटी रकम और ढेरों सुविधाएं तो मिलती ही हैं अगली बार हार भी गए तो मोटी रकम बतौर पेंशन मिलती ही रहती है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Fri, 24 Sep 2021 05:56 PM (IST)Updated: Fri, 24 Sep 2021 09:00 PM (IST)
बिहार में पूर्व विधायकों को बड़ी राशि पेंशन के तौर पर मिलती है। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, दीनानाथ साहनी। Bihar Politics: राजनीति जनसेवा है। इसके बूते जो लोग विधायकी हासिल कर लेते है, उन्हें वेतन-भत्ते समेत अन्य सुविधा के तहत प्रतिमाह एक लाख 35 हजार मोटी रकम मिलती है। रोचक यह कि चुनावी हार के बावजूद सूबे के इन सियासी दिग्गजों की न तो हनक पर कोई असर पड़ता है और न ही आमदनी पर। बस, एक बार विधायक बन गए, उसके बाद से आजीवन पेंशन के हकदार हो गए। मौजूदा समय में सूबे में ऐसे कुल 991 पूर्व विधायक हैं जिनके बैंक खातों में सरकारी तिजोरी से हर महीने पेंशन के तौर पर 4 करोड़ 94 लाख 44 हजार रुपये की रकम पहुंचाई जा रही है। पिछले वित्त वर्ष 2020-21 में 60 करोड़ 72 लाख 90 हजार रुपये पेंशन मद में खर्च हुए हैं।

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12 दिग्‍गजों को एक लाख रुपए से अधिक पेंशन

बिहार विधानसभा सचिवालय द्वारा 55 पेज के उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक ऐसे 12 दिग्गज हैं, जिन्हें 1 लाख से डेढ़ लाख रुपये की रकम बतौर पेंशन दी जा रही  है। 75 हजार से 1 लाख रुपये तक पेंशन 70 पूर्व विधायक तथा 50 हजार से 75 हजार रुपये तक पेंशन 254 पूर्व विधायक को दी जा रही है। महावीर चौधरी की पत्नी वीणा देवी को पारिवारिक पेंशन के तौर पर हर माह 1,09,500 रुपये उनके बैंक खाते में भेजी जा रही है। जाने-माने आरटीआइ कार्यकर्ता शिवप्रकाश राय द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में यह सूचना विधानसभा ने मुहैया कराई है।

पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को प्रतिमाह 89 हजार रुपये पेंशन

पेंशन पाने वालों की फेहरिस्त लंबी है। इनमें कई चर्चित दिग्गज भी हैं। मसलन, पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को 89 हजार रुपये, जय प्रकाश नारायण यादव को 89 हजार रुपये, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी को 77 हजार रुपये, प्रभुनाथ सिंह को 62 हजार रुपये, राजबल्लभ यादव को 71 हजार रुपये, अवधेश कुमार सिंह को 92 हजार रुपये, रामधनी सिंह को 98 हजार रुपये, जवाहर प्रसाद को 92 हजार रुपये, रामजीवन सिंह को 80 हजार रुपये, दशई चौधरी को 75 हजार रुपये पेंशन मिलती है।

  • कुल 991 पूर्व विधायकों को प्रतिमाह पेंशन पर 5 करोड़ खर्च
  • सरकारी तिजोरी से सालाना 60 करोड़ 72 लाख रुपये का व्यय

इसी तरह राम विनोद पासवान को 92 हजार रुपये, अशोक कुमार सिंह को 86 हजार रुपये, रामचंद्र राय को 92 हजार रुपये बतौर पेंशन (प्रतिमाह) है। पारिवारिक पेंशन के रूप में भोला सिंह की पत्नी सावित्री देवी को 87 हजार रुपये, बालेश्वर राम की पत्नी चिंता देवी को 78 हजार रुपये, शंकर प्रसाद टेकरीवाल की पत्नी गायत्री देवी को 75,750 रुपये, जागेश्वर मंडल की पत्नी मालती देवी को 82 हजार 250 रुपए दिया जा रहा है।

एक लाख से ऊपर पेंशन वाले 12 दिग्गज

रमई राम- 1,46,000 रुपये

जगदीश शर्मा- 1,25,000 रुपये

रामेश्वर पासवान- 1,16,000 रुपये

गायत्री देवी- 1,10,000 रुपये

उमा पांडेय- 1,10,000 रुपये

मानिक चंद राय- 1,07,000 रुपये

रामदेव वर्मा- 1,07,000 रुपये

जगदानंद सिंह- 1,04,000 रुपये

वृषिण पटेल- 1,04,000रुपये

गजेंद्र सिंह हिमांशु- 1,04,000रुपये

शकुनी चौधरी- 1,01,000 रुपये

मो. इलियास हुसैन- 1,01,000 रुपये


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