बिहार इंटर परीक्षा 2018 के तीसरे दिन भी पेपर वायरल! बोर्ड ने कहा-बदनाम करने की कोशिश
बिहार बोर्ड के इंटर की परीक्षा के तीसरे दिन पहली पाली में फिजिक्स विषय का प्रश्नपत्र वायरल होने से हड़कंप मच गया। वहीं गुरुवार को 167 छात्र निष्कासित किए गए।
पटना [जेएनएन]। इंटर परीक्षा के तीसरे दिन फिजिक्स की परीक्षा थी और परीक्षा से पहले ही कई जिलों से प्रश्नपत्र वायरल होने की खबर से दिन भर हड़कंप मचा रहा। बाद में बिहार बोर्ड के अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस तरह का अफवाह जो भी उड़ाकर बोर्ड को बदनाम करने की कोशिश करेंगे उन्हें सख्त सजा दी जाएगी।
वहीं परीक्षा के दौरान गुरुवार को दूसरे परीक्षार्थी के बदले परीक्षा दे रहे दो मुन्नाभाई को गिरफ्तार किया गया, जबकि 167 परीक्षार्थी निष्कासित किए गए। सबसे अधिक सारण से 17 परीक्षार्थी निष्कासित किए गए।
शेखपुरा में परीक्षा के दौरान बिहार बोर्ड से जारी निर्देशों का पालन नहीं करने के आरोप में एक वीक्षक पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई। बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि नवादा से दो लोगों पर दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
तीसरे दिन सूबे के विभिन्न केंद्रों से 167 परीक्षार्थी निष्कासित किए गए। इसमें पटना जिले के 12 परीक्षार्थी शामिल हैं। सबसे अधिक सारण से 17 परीक्षार्थी निष्कासित किए गए हैं। जहानाबाद से चार, मुंगेर से सात, औरंगाबाद से आठ, वैशाली से सात, मधुबनी से तीन, जमुई से सात, खगडिय़ा से पांच, बेगूसराय से नौ, शेखपुरा से 12, नवादा से छह, गया से 15, समस्तीपुर से तीन, सुपौल से चार, बक्सर से दो, अरवल से पांच, रोहतास से दो, सिवान में चार, शिवहर में एक, लखीसराय में एक, नालंदा में छह, भोजपुर में सात, सहरसा में नौ, गोपालगंज में तीन, मधेपुरा में पांच तथा मुजफ्फरपुर में दो परीक्षार्थी शामिल हैं। तीन दिनों में 349 परीक्षार्थी निष्कासित किए जा चुके हैं। इसमें सबसे अधिक 45 परीक्षार्थी सारण जिले से हैं।
नकल माफिया की करतूत, पेपर वायरल होने की चर्चा
इंटर परीक्षा मेंं तमाम चाक-चौबंद इंतजाम होने के बावजूद नकल माफिया बाज नहीं आ रहे। गुरुवार को बेगूसराय के बलिया में वाट्सएप पर परीक्षा प्रारंभ होने के आधे घंटे बाद फिजिक्स का प्रश्नपत्र वायरल कर दिया गया। इसकी सूचना एसडीओ को मिलने पर हड़कंप मच गया। आनन-फानन जिलाधिकारी और शिक्षाधिकारी पड़ताल करते नजर आए।
बलिया के एसडीओ ब्रजकिशोर चौधरी ने मीडिया को यह बयान दिया कि वायरल प्रश्नपत्र की कॉपी मिली और जांच की तो दो पेज के सारे प्रश्न पेपर से पूरी तरह मेल खा गए। पश्चिमी और पूर्वी चंपारण के अलावा समस्तीपुर जिले में भी भौतिकी के प्रश्न पत्र वायरल हो गए। एक दर्जन लोग हिरासत में लिए गए हैं।
प्रश्नपत्र वायरल होने की सूचना मिलते ही एसडीओ ब्रजकिशोर चौधरी, बीडीओ मनोज पासवान तत्काल जीडीआर हाईस्कूल बड़ी बलिया के परीक्षा केंद्र पर पहुंचे और प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी व केंद्राधीक्षक के साथ मिलकर वायरल हुए प्रश्नपत्र का सही प्रश्नपत्र से मिलान किया। इसी बीच एडीएम ओमप्रकाश प्रसाद भी पहुंच गए।
एसडीओ ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें एक ग्रुप पर प्रश्न पत्र वायरल होने की जानकारी दी थी। केंद्र पर पहुंचकर वायरल प्रश्न पत्र से सही प्रश्नपत्र का मिलान किया तो सात पृष्ठ में सिर्फ 11 एवं 15 नंबर के पृष्ठ के प्रश्न सही पाए गए। शेष सभी पेज गलत थे। ये किस परीक्षा केंद्र से निकले हैं, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। ग्रुप पर इसे वायरल करने वाले सदस्य के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं। इधर, केंद्राधीक्षक यादवेश सिंह ने बताया कि परीक्षा शुरू होने के साथ ही पटना बोर्ड के नोडल अधिकारी रमेश चंद्रा भी जांच करने पहुंचे थे। उन्होंने करीब 15 मिनट तक केंद्र का निरीक्षण किया। इसके बाद डीआरडीए डायरेक्टर मो. राजिक सहित अन्य पदाधिकारी ने भी जांच की।
उधर उत्तर बिहार के पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण व समस्तीपुर जिले में भी भौतिकी के प्रश्न पत्र वायरल हो गए। मामले में दर्जनभर लोग हिरासत में लिए गए हैं। पश्चिम चंपारण में भौतिकी के प्रश्नों के साथ उत्तर भी सोशल मीडिया में वायरल हो गए। हालांकि, डीईओ हरेंद्र झा ने इसे अफवाह बताया।
वहीं, पूर्वी चंपारण में छात्रों के सेंटर तक पहुंचने से थोड़ी देर पहले ही प्रश्न पत्र बाजार में वाट्सएप के जरिए पहुंचा और उत्तर वायरल होने लगे। इसके बाद अधिकारियों ने मोतिहारी शहर में छापेमारी की। इस दौरान 11 लोग हिरासत में लिए गए। इनसे पूछताछ जारी है। इनलोगों के पास से दर्जनभर मोबाइल व टैब जब्त किए गए हैं। डीएम रमण कुमार ने जांच के लिए एक टीम बनाई है। बोर्ड को विस्तृत रिपोर्ट भेजी जाएगी।