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बिहार के अस्पतालों में ‘दीदी की रसोई’, मिलता सस्ता और बेहतर खाना

जीविका दीदी की रसोई से जहां मरीज- तीमारदारों को सस्ता और बेहतर खाना मिल रहा है तो अनेक महिलाओं को रोजगार और आमदनी।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 09:42 AM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 09:42 AM (IST)
बिहार के अस्पतालों में ‘दीदी की रसोई’, मिलता सस्ता और बेहतर खाना
बिहार के अस्पतालों में ‘दीदी की रसोई’, मिलता सस्ता और बेहतर खाना

पटना [श्रवण कुमार]। बिहार के अस्पतालों में एक अच्छी पहल हुई है। जीविका दीदी की रसोई से जहां मरीज- तीमारदारों को सस्ता और बेहतर खाना मिल रहा है तो अनेक महिलाओं को रोजगार और आमदनी। हाजीपुर के सदर अस्पताल में दीदी की रसोई शुरू हो चुकी है। इसके बाद अब शेखपुरा, शिवहर, गया और शेरघाटी के अस्पतालों में भी यह सेवा जल्द उपलब्ध होगी।

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जिन्हें कल तक दो जून का खाना नसीब नहीं होता था, वे आज सैकड़ों मरीजों और उनके परिजनों के लिए सस्ते दर पर भोजन उपलब्ध करा रही हैं। आने वाले एक-दो माह में बिहार में कम से कम छह अस्पतालों में दीदी की रसोई शुरू होने वाली है, जो सैकड़ों महिलाओं की जीविका का साधन बनेगी।

रिंकू देवी, रीता देवी, संगीता देवी, शोभा देवी, शर्मिला देवी, सरीला देवी, रंजू देवी, आशा देवी और माला देवी। वैशाली जिले की इन नौ महिलाओं के जीवन में एक समय ऐसा था, जब इनकी रसोई में दोनों वक्तका खाना भी उपलब्ध नहीं होता था। उस मुश्किल समय में इनका संपर्क जीविका की कुछ दीदियों से हुआ, जिसके बाद इनकी किस्मत बदली। इनका हुनर देखकर इन्हें रसोई प्रोजेक्ट के लिए चयनित किया गया। फिर इन्हें कैटरिंग, होटल प्रबंधन, व्यक्तित्व विकास और आत्मनिर्भरता का प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही साफ-सफाई व स्वच्छता की जानकारी भी दी गई।

अबतक विभिन्न जिलों से आई 30 से अधिक दीदियां भी प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए चयनित हो चुकी हैं। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत यहां प्रथम चरण में प्रशिक्षित दीदियों ने हाजीपुर के सदर अस्पताल में दीदी की रसोई की शुरुआत की। रसोई के लिए जीविका के माध्यम से प्रारंभिक जरूरतों के सारे सामान दीदियों को उपलब्ध कराए गए। रसोई चल पड़ी। दो माह में ही दीदी की रसोई इतनी चर्चित हुई कि आसपास से भी लोग यहां पहुंचने लगे।

आज हर माह लगभग एक लाख तक आमदनी हो रही है। रसोई चला रही हर दीदी के हिस्से में लगभग 10 हजार रुपये प्रतिमाह आ रहे हैं। जीविका की रंजना बताती हैं कि राज्य स्वास्थ्य समिति के साथ हमारा समझौता हुआ है। दीदी की इस रसोई को पूरे बिहार में विस्तारित करना है। जल्द ही ये दीदियां शेखपुरा, शिवहर, गया, शेरघाटी के अस्पतालों में मरीजों को खाना परोसती नजर आएंगी। अस्पतालों के साथ ही जिलाधिकारी कार्यालयों और बैंकों से भी संपर्क साधा जा रहा है।


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