बिहार के सरकारी सेवक 15 दिनों की ले सकते हैं छुट्टी, पहले पटना के बाहर तैनात कर्मचारियों को मिलेगा लाभ
विपश्यना केंद्र लिख कर देगा कि वह अमुक सरकारी सेवक को पाठ्यक्रम में शामिल कर सकता है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने गुरुवार को आदेश जारी किया है। अब सरकारी सेवक 15 दिनों का विशेष अवकाश ले सकते हैं।
राज्य ब्यूरो, पटना : सरकार के कर्मचारी विपश्यना पाठ्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए 15 दिनों का विशेष अवकाश ले सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें विभाग से पहले विपश्यना केंद्र से अनुमति लेनी होगी। यानी विपश्यना केंद्र लिख कर देगा कि वह अमुक सरकारी सेवक को पाठ्यक्रम में शामिल कर सकता है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने गुरुवार को आदेश जारी किया है। मालूम हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 21 अक्टूबर को विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम में इसकी घोषणा की थी। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। सामान्य प्रशासनिक विभाग के संकल्प के अनुसार यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है। सरकारी सेवक चाहें तो शुक्रवार से विपश्यना पाठ्यक्रम में शामिल होने की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।
कहां है विपश्यना केंद्र
राजधानी के बुद्ध स्मृति पार्क में विपश्यना केंद्र स्थापित है। इसका प्रबंधन नगर विकास एवं आवास विभाग के अधीन है। पाटलिपुत्र विपश्यना ट्रस्ट की ओर से पाठ्यक्रम का नि:शुल्क संचालन किया जाता है। यह आवासीय पाठ्यक्रम है। सरकार को उम्मीद है कि पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद सरकारी सेवक की कार्यक्षमता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उनके व्यक्तित्व का विकास होगा। वे दूसरे विभागों के साथ ढंग से समन्वय कर सकेंगे। पाठ्यक्रम 10 दिनों का है। अधिकतम 15 दिनों का विशेष अवकाश दिया जाएगा।
- - विपश्यना के लिए शुक्रवार से विशेष छुट्टी का आवेदन दे सकते हैं सरकारी सेवक
- - मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल, कार्यक्षमता बढ़ने की है उम्मीद
- - फिलहाल पटना के बाहर तैनात सेवकों को मिलेगा यह लाभ
यह विशेष अवकाश सिर्फ उन सरकारी सेवकों के लिए है, जो पटना से बाहर पदस्थापित हैं और आवासीय विपश्यना पाठ्यक्रम में शामिल होने के लिए पटना आएंगे। पटना में पदस्थापित सरकारी सेवकों को विशेष अवकाश का लाभ मिलेगा या नहीं, सरकारी संकल्प में इसका जिक्र नहीं है।