Coronavirus Roundup: बिहार के व्यवसायियों को सरकार ने दी बड़ी राहत, पढ़ें कोरोना से जुड़ीं महत्वपूर्ण खबरें
बिहार में कोराेना वायरस को लेकर सरकार काफी गंभीर है। व्यवसायियों के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। वहीं दो नए मामले भी सामने आए हैं। पढ़ें कोरोना से जुड़ीं महत्वपूर्ण खबरें।
पटना, जेएनएन। बिहार में कोराेना वायरस का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। हालांकि, कुछ राहत भरी खबर भी आ रही है। मरीज ठीक भी हो रहे हैं। आज जहां दो नए कोराेना पॉजिटिव केस सामने आए हैं, वहीं एक मरीज की पॉजिटिव रिपोर्ट निगेटिव आ गई है, जो राहत देने वाली खबर है। दूसरी ओर, सरकार भी कोरोना वायरस को लेकर काफी गंभीर है। बुधवार को सरकार ने व्यवसायियों के लिए भी बड़ा कदम उठाया है। इसके साथा ही रिटर्न भरने की भी डेट बढ़ा दी गई है। लॉकडाउन को लेकर सीएम नीतीश ने फिर कहा कि इसे लोग ना तोड़ें, जो जहां हैं वहीं रहें। किसी को कोई दिक्कत नहीं होगी। पढ़ें बुधवार के राउंडअप में कोरोना से जुड़ीं महत्वपूर्ण खबरें।
व्यवसायियों को मिली बड़ी राहत
बिहार सरकार ने व्यवसायियों को बड़ी राहत दी है। कोरोना संकट के चलते बाट-बटखरे एवं माप-तौल उपकरणों की सत्यापन अवधि को 31 मार्च से बढ़ाकर 30 जून तक कर दिया गया है। कृषि मंत्री डॉ. प्र्रेम कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के कारण सत्यापन अवधि को तीन महीने बढ़ा दिया गया है। जिन उपकरणों की विधि मान्यता 31 मार्च तक थी, उनका सत्यापन अब 30 जून तक कराया जा सकेेगा। पेट्रोल पंप एवं धर्मकांटा समेत अन्य कारोबारियों पर सत्यापन के मामले में कार्रवाई नहीं की जाएगी। यह व्यवस्था उन्हीं व्यवसायियों के लिए है, जिनके सत्यापन की अवधि 31 मार्च तक खत्म हो रही थी।
नीतीश ने की डीएम-एसपी से लेकर वार्ड सदस्यों तक से बात
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को सूबे के ग्राम पंचायत व नगर निकाय के प्रतिनिधियों से वीडियो कांफ्रेंङ्क्षसग के माध्यम से कोरोना वायरसस के संक्रमण पर बात की। इस क्रम में उन्होंने यह कहा कि उनके मन में कोरोना संक्रमण से जूझने को लेकर जो भी बातें हैं उसे अधिकारियों को बताएं। सभी डीएम-एसपी को उन्होंने कहा कि लोगों से बात कर उनके सुझाव सुनें। गांव व वार्ड में रहने वाले लोग ही अपने इलाके की समस्या और समाधान के बारे में बेहतर बता सकते हैं। मु्ख्यमंत्री ने इस दौरान जनप्रतिनिधियों को यह आश्वस्त किया कि सरकार सरकार संक्रमण से निपटने में लोगों की हर संभव सहायता करेगी।
30 जून तक दे सकते टैक्स, पैन से आधार लिंक करने की भी तिथि बढ़ी
एक अप्रैल से नया वित्तीय वर्ष शुरू हो चुका है। इसको लेकर कई नए नियम व बदलाव लागू हो गए हैं। केंद्र सरकार ने भी नियमों में ढील देते हुए 31 मार्च की डेडलाइन आगे बढ़ा दी है। टैक्स छूट को लेकर 30 जून तक निवेश की संभावना बनी रहेगी। हालांकि, 80सी, 80जी, 80डी के तहत निवेश के लिए तीन महीने की मोहलत दी गई है। 19-20 का आइटी रिटर्न 30 जून तक भरा जा सकेगा। आधार से पैन लिंक करने की तिथि भी 30 जून तक बढ़ा दी गई है। इंडायरेक्ट टैक्स पर केंद्र ने पहले ही राहत देते हुए रिर्टन 30 जून तक भरने की पहले ही घोषणा कर चुकी है।
532 नये संदिग्ध लिये गये आब्जर्वेशन में
राज्य में कोरोना के पाॅजिटिव मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बुधवार को राज्य में ऐसे दो और मामले सामने आए हैं। इनमें एक व्यक्ति नांलदा का है, जबकि दूसरा गया का है। स्वास्थ्य विभाग ने आधिकारिक जानकारी में बताया नालंदा का व्यक्ति आबूधाबी से लौटा था जबकि पाजिटिव पाई गई गया की महिला हाल ही में दुबई से लौटी थी। बुधवार को अलग-अलग जिलों से 532 लोगों को आब्जर्वेशन में लिया गया है। इन सभी के सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे। इन्हें मिला कर राज्य में आब्जरवेशन में लिए गए लोगों की कुल संख्या 5919 हो गई है। मंगलवार तक इनकी संख्या 5387 थी।
पाॅजिटिव मामले एक नजर में
कुल मामले - 24
मुंगेर -7, पटना - 5, गया -2, सिवान -4, लखीसराय -1, गोपालगंज -1, बेगूसराय -2, नालंदा -2
आज तक हुई सैंपल जांच : 1351
- 1324 रिपोर्ट निगेटिव
- 24 रिपोर्ट पॉजिटिव
- 3 सैंपल रिजेक्ट
संक्रमितों के लिए 886 बेड सुरक्षित
कोरोना के प्रभाव को देखते हुए नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के साथ ही अनुमंडल और जिला अस्पताल में संक्रमित केस के लिए 886 बेड और संदिग्ध के लिए 4487 बेड सुरक्षित रखे गए हैं।
जिलावार कोरोना के संदेह में ऑब्जर्वेशन में लिए गए लोग
सिवान - 3105, गोपालगंज - 510, पटना - 108, गया - 135 ,भागलपुर -136, भोजपुर - 81, मुजफ्फरपुर - 173, समस्तीपुर - 105, सारण - 425, नालंदा - 206, पू. चंपारण - 154, प. चंपारण 74, किशनगंज - 25, मधुबनी - 106, रोहतास - 10, दरभंगा - 345, औरंगाबाद- 55, जहानाबाद - 22, कैमूर - 13, सीतामढ़ी - 7, अररिया - 2, सुपौल - 7, मधेपुरा - 9, वैशाली -6, बांका - 4, सहरसा - 20, शिवहर - 7, मुंगेर - 18, लखीसराय - 13, बेगूसराय - 7, नवादा - 43, कटिहार - 3, पूॢणया - 6, बक्सर - 5, अरवल - 1, जमुई -1
कॉरेंटाइन को लेकर मुंगेर में पथराव
मुंगेर के कासिमबाजार थाना क्षेत्र के हजरतगंज वाड़ा मुहल्ला के कुछ लोगों को कॉरेंटाइन सेंटर ले जाने के लिए पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम से बुधवार को स्थानीय लोग उलझ गए। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि लोगों को पूरबसराय स्थित जीएनएम स्कूल में बनाए गए कॉरेंटाइन सेंटर में ले जा कर रख दिया जाता है, लेकिन वहां कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई जाती है। लोगों के गुस्सा को देख मेडिकल टीम ने इसकी सूचना कासिमबाजार थाना पुलिस और वरीय अधिकारियों को दी। सूचना पर पुलिस के पहुंचते ही लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने पथराव कर दिया। पथराव की घटना में कासिमबाजार थाना के वाहन का पिछला शीशा टूट गया। बाद में कासिमबाजार थानाध्यक्ष शैलेश कुमार पहुंचे और लोगों को समझा-बुझा कर शांत किया। इसके बाद मुहल्ले के कुछ लोगों को कॉरेंटाइन सेंटर ले जाया गया।
रामविलास ने बिहार के सभी जिला अस्पतालों को दिए 10-10 लाख
लोजपा प्रमुख व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने अपनी सांसद निधि से बिहार के सभी 38 जिलों में स्थित जिला अस्पतालों को दस-दस लाख रुपए दिए जाने की अनुशंसा की है। उन्होंने बताया कि पूर्व में उन्होंने अपनी सांसद निधि से एक करोड़ रुपए दिए जाने की अनुशंसा की थी जिसे उन्होंने अब संशोधित कर दिया है। नयी अनुशंसा के तहत रामविलास ने पूरे बिहार के लिए 3.80 करोड़ की अनुशंसा अपने सांसद निधि से की है। इस राशि का इस्तेमाल इलाजरत मरीजों, थर्मल जांंच के लिए उपकरण ,कोरोना जांच किट, मास्क व सैनिटाइजर खरीद के लिए किया जा सकेगा।
तमिलनाडु और महाराष्ट्र से अधिक फोन कर रहे प्रवासी बिहारी
प्रवासी बिहारियों के लिए दिल्ली में काम कर रहे नियंत्रण कक्ष में तमिलनाडु और महाराष्ट्र से सबसे अधिक फोन आ रहे हैं। दरअसल इन राज्यों में काम कर रहे लोग अधिक दूरी की वजह से बिहार नहीं आ पाए हैं। महाराष्ट्र में बिहार फांउडेशन ने भी काम शुरू कर दिया है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र से अब तक एक हजार लोगों ने मदद के लिए फोन किए हैं। वहीं तमिलनाडु से 900 अप्रवासी बिहारियों के फोन आए हैं। इनमें से अधिकतर चेन्नई में राजमिस्त्री का काम करते हैं। गुजरात से भी मदद के लिए फोन आ रहे हैं। गुजरात के विभिन्न शहरों से बिहार भवन के नियंत्रण कक्ष को 700 फोन आए हैं। इनमें सूरत और अहमदाबाद से आ रहे फोन की संख्या अधिक है। पंजाब से 500 फोन सहायता की गुहार के साथ आए हैं। अधिकतर फोन कॉल्स में लोगों ने कहा कि उनके पास खाने को कुछ नहीं बचा है और पैसा भी नहीं है।