Bihar Flood: नेपाल में हो रही मूसलाधार बारिश से बिहार में नदियां उफान पर, 15 जिलों में बाढ़ का खतरा
Bihar Flood नेपाल के तराई वाले इलाकों में हो रही लगातार बारिश से बिहार की कई नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है जिससे बिहार में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
जागरण टीम, बिहार। उत्तर बिहार और नेपाल में हो रही भारी बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है। बागमती नदी जहां पांच स्थानों पर लाल निशान को पार कर गई है, वहीं लालबकेया नदी का पानी भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। कोसी का डिस्चार्ज भी इस वर्ष के ऊच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। वहीं मौसम विभाग के द्वारा 12 जुलाई तक बागमती बेसिन में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इससे बिहार के 14 जिलों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। एेसे में राज्य की कम से कम 50 लाख की आबादी बाढ़ संकट में फंस सकती है तो वहीं बाढ़ प्रभावितों की संख्या इससे कहीं अधिक होगी।
जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार कोसी नदी का डिस्चार्ज शुक्रवार को बराह क्षेत्र में 2.22 लाख और बराज पर 2.36 लाख घनसेक पहुंच गया है। बागमती नदी ने सारी सीमा तोड़कर सीतामढ़ी में चार और मुजफ्फरपुर के एक स्थान पर लाल निशान से ऊपर पहुंच गई है। सीतामढ़ी के ढेंग में एक मीटर 27 सेमी यह नदी ऊपर चली गई है।
दरभंगा के हायाघाट में अब भी यह नीचे बह रही है। कल तक अपनी सीमा में बह रही लालबकेया नदी भी शुक्रवार को पूर्वी चम्पारण में लाल निशान को क्रास कर गई है। कमला नदी झंझारपुर और जयनगर में दोनों स्थानों पर क्रमश: 45 आश्रै 90 सेमी लाल निशान से ऊपर है।
गंगा का जलस्तर में पटना में बढ़ी है लेकिन अभी यह नदी लाल निशान से नीचे है। गंडक के जलस्तर में वृद्धि की आशंका को देखते हुए पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज व सारण के अधिकारियों को अलर्ट किया गया है। गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि के बाद मोतिहारी-शिवहर मार्ग अवरुद्ध हो गया है।