पटना सिटी में स्थापित होगा बिहार का पहला होम्योपैथी शोध संस्थान
पटना सिटी में जल्द ही होम्योपैथी शोध संस्थान स्थापित किया जाएगा। ये बिहार का पहला होम्योपैथी शोध संस्थान होगा।
अहमद रजा हाशमी, पटना। सबकुछ ठीक रहा तो पटना सिटी में बिहार का पहला होम्योपैथी शोध संस्थान स्थापित किया जाएगा। श्री गुरु गोविंद सिंह अस्पताल स्थित होम्योपैथी चिकित्सा सत्यापन इकाई ने इसके लिए कदम बढ़ाया है। प्रभारी अधिकारी डॉ. केके अविनाश ने स्वास्थ्य विभाग को पत्र भेज कर अस्पताल परिसर में क्षेत्रीय होम्योपैथी शोध संस्थान खोले जाने के लिए एक एकड़ भूखंड की मांग की है।
परिकल्पना कर ली गई है तैयार
प्रधान सचिव को भेजे गए पत्र में शोध संस्थान की पूरी परिकल्पना का उल्लेख है। साथ ही यह भी बताया गया है कि क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान खुल जाने से होम्योपैथी उपचार पद्धति से जुड़े कई राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम शुरू किए जा सकते हैं। इसका लाभ घनी आबादी वाले शहर पटना सिटी समेत बिहार के सभी जिलों के लोगों को मिल सकेगा।
योगा व फिजियो थेरेपी भी उपलब्ध
होम्योपैथी शोध संस्थान में सभी तरह की गंभीर बीमारियों के इलाज की व्यवस्था बेहद सस्ते अथवा निश्शुल्क उपलब्ध होगी। प्रभारी पदाधिकारी डॉ. के के अविनाश ने बताया कि होम्योपैथी को योगा और फिजियो थेरेपी से भी जोड़ कर मरीजों का इलाज किया जाएगा। इसके लिए कार्य योजना तैयार है।
50 बेड का रहेगा अस्पताल
होम्योपैथी यूनिट के प्रभारी पदाधिकारी डॉ. केके अविनाश ने बताया कि 44 हजार वर्ग फीट भूखंड पर प्रस्तावित संस्थान में शोध के अलावा 50 बेड का अस्पताल होगा। 25 महिला व 25 पुरुष मरीज को भर्ती कर उनका इलाज किया जाएगा। प्रतिदिन करीब पांच सौ मरीजों को ओपीडी में देखने की व्यवस्था भी इस संस्थान में सुनिश्चित होगी। उन्होंने बताया कि फिलहाल चल रही यूनिट में एक रिसर्च ऑफिसर और तीन जेआरएफ कार्यरत हैं। डॉ. अविनाश ने बताया कि मरीजों के लिए आवश्यक सभी तरह की जांच के लिए अत्याधुनिक पैथोलॉजी लैब स्थापित होगा। एक्सरे और अल्ट्रासाउंड की भी सुविधा मरीजों को उपलब्ध कराने की योजना है।