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फेसबुक की तारीफ में कसीदे पढ़ रहा बिहार का एक परिवार, इंटरनेट मीडिया ने कराया गलती का एहसास

कोरोना काल में इंटरनेट मीडिया इनदिनों बुरी खबरों से भरा पड़ा है। रोज किसी न किसी की मौत की खबर ही आ रही है। इस बीच एक पोस्ट ने परिवार की खुशी लौटा दी है। एक महिला की घर वापसी पर स्वजन फेसबुक की तारीफ में कसीदे पढ़ रहा है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 05:24 PM (IST)Updated: Fri, 23 Apr 2021 05:24 PM (IST)
फेसबुक की तारीफ में कसीदे पढ़ रहा बिहार का एक परिवार, इंटरनेट मीडिया ने कराया गलती का एहसास
फेसबुक ने घर से बिछुड़ी लड़की को परिवार से मिला दिया। प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण टीम, बेगूसराय/मुंगेरः कोरोना काल में इंटरनेट मीडिया बुरे संदेशों से भरा पड़ा है। रोज मौत की खबर ही यहां साझा की जा रही है। इस बीच एक सुखद पोस्ट भी आया है। दरअसल, मुंगेर के चांद टोला में बेगूसराय से भटककर पहुंची एक महिला को गुरुवार को उनके स्वजनों से मिला दिया गया। इस काम में इंटरनेट मीडिया फेसबुक की अहम भूमिका रही। पुलिस की मौजूदगी में महिला को उनके स्वजनों को सौंपा गया। महिला के घर वापस लौटने पर परिवार फेसबुक की तरीफ में कसीदे पढ़ रहा है। स्वजन कह रहे हैं कि घर में शांति बनी रहे, आगे यही कोशिश रहेगी। 

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पारिवारिक कलह से तंग आकर महिला गई थी भाग

ग्रामीणों के अनुसार बेगूसराय जिले के सौढ़ तरैया गांव निवासी सुरेंद्र साव की पत्नी पारिवारिक कलह से तंग आकर घर से भाग गई। बेगूसराय से मुंगेर के बीच चलने वाली ट्रेन पर वह भ्रमित होकर सवार हो गई। मुंगेर रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद वाहन चालकों ने उसे सवारी समझ कर अपने वाहन में बिठा लिया और हेमजापुर चांद टोला बजरंगबली मंदिर के समीप छोड़ दिया। 

फेसबुक पर डाल दी महिला की तस्वीर

ग्रामीणों ने महिला की दयनीय दशा देखकर उन्हें पनाह दी। लोगों ने महिला का पता जानने की काफी कोशिश की, लेकिन महिला कुछ बता नहीं पा रही थी। इसके बाद वीआइपी पार्टी के जिला अध्यक्ष अरविंद कुमार निषाद और पूर्व पंचायत समिति सदस्य रामअवतार महतो ने महिला की तस्वीर फेसबुक पर डाल दी। इसके बाद इसे फेसबुक पर देखकर बेगूसराय के सुरेंद्र साव और वहां के वार्ड सदस्य संजय कुमार हेमजापुर गांव पहुंचे। महिला के पति ने बताया कि उन्हें फेसबुक के माध्यम से पता चला कि उनकी पत्नी हेमजापुर में सुरक्षित है। इसके बाद वे अपनी पत्नी को साथ लेने के लिए हेमजापुर गांव की ओर रवाना हुए। उन्होंने पांच दिनों तक उनकी पत्नी को चांद टोला गांव में सुरक्षित रखने पर स्थानीय ग्रामीणों के प्रति आभार व्यक्त किया।


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