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Bihar CoronaVirus Alert: 15 दिनों में 700 डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी कोरोना पॉजिटिव

Bihar CoronaVirus Alert बिहार की राजधानी पटना में बीते करीब 15 दिनों में 700 से अधिक डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित हो चुके हैं। कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने के कारण सभी स्वास्थ्य कर्मी होम आइसोलेशन पर हैं।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 04:09 PM (IST)Updated: Fri, 23 Apr 2021 04:09 PM (IST)
Bihar CoronaVirus Alert: 15 दिनों में 700 डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी कोरोना पॉजिटिव
पटना में कोरोना से चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी भी संक्रमित हो रहे हैं। प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, पटना: कोरोना संक्रमण की दूसरे लहर में बीते करीब 15 दिनों में 700 से अधिक डॉक्टर-स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित हो चुके हैं। कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने के कारण सभी स्वास्थ्य कर्मी होम आइसोलेशन पर हैं। इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट के एक डॉक्टर ब्लड शुगर के अनियंत्रित रहने के कारण आइसीयू में हैं। शेष सभी डॉक्टरों के स्वास्थ्य सामान्य हैं।

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एम्स के 384 डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान (एम्स) के सबसे अधिक 384 डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित हुए हैं। इसमें फैकेल्टी से लेकर जूनियर रेजिडेंट, सीनियर रेजिडेंट, नर्स व अन्य स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं। निदेशक डॉ. पीके सिन्हा ने बताया कि सभी होम आइसोलेशन पर है। वैक्सीन लेने के कारण किन्हीं को कोई विशेष परेशानी नहीं है। लेकिन, एक साथ इतने के आइसोलेशन पर रहने के कारण ओपीडी व कोरोना ड्यूटी पर थोड़ा प्रभाव जरूर दिख रहा है।

आइजीआइएमएस के 70 डॉक्टर व 80 स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित

आइजीआइएमएस के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि बीते आठ-दस दिनों में 70 डॉक्टर व 80 स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित हुए हैं। एक को छोड़ कर सभी होम आइसोलेशन पर है। पीएमसीएच अधीक्षक डॉ. आइएस ठाकुर ने बताया कि लगभग दो सौ से अधिक डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित हैं। किसी को विशेष परेशानी नहीं है। सभी होम क्वारंटाइन हैं। 

एनएमसीएच में ऑक्सीजन वाला सभी बेड फुल

इधर, पांच सौ बेड वाले कोविड अस्पताल एनएमसीएच में शुक्रवार को ऑक्सीजन वाला सभी बेड फुल हो गया है। अस्पताल में जगह-जगह नो बेड, नोड एडमिशन की सूचना अस्पताल प्रशासन द्वारा चस्पा कर दी गई है। अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि ऑक्सीजन वाले चार सौ बेड में से 358 पर मरीज भर्ती हैं। ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले नये मरीजों की भर्ती बंद कर दी गई है। केवल सामान्य बेड ही बचा है। इसके लिए मॉनिटर व ऑक्सीमीटर की व्यवस्था की जा रही है। 


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