Move to Jagran APP

गीतांजलि श्री को बुकर पुरस्कार मिलने पर सीएम नीतीश ने दी बधाई, कहा- देश के लिए गौरव की बात

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हिंदी लेखिका गीतांजलि श्री को बुकर पुरस्कार मिलने पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह देश के लिए गौरव की बात है। भारत की बेटी को यह सम्मान मिलना आधी आबादी को प्रेरणा प्रदान करेगा।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Fri, 27 May 2022 09:22 PM (IST)Updated: Fri, 27 May 2022 09:22 PM (IST)
गीतांजलि श्री को बुकर पुरस्कार मिलने पर सीएम नीतीश ने दी बधाई, कहा- देश के लिए गौरव की बात
बिहार सीएम नीतीश कुमार और लेखिका गीतांजलि श्री।

राज्य ब्यूरो, पटना : हिंदी लेखिका गीतांजलि श्री को बुकर पुरस्कार मिलने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि गीतांजलि श्री को उपन्यास रेत समाधि के अंग्रेजी अनुवाद टाम आफ सैंड के लिए यह सम्मान दिया गया है। बुकर पुरस्कार जीतने वाली किसी भी भारतीय भाषा की यह पहली पुस्तक है। यह देश के लिए बेहद गौरव की बात है। भारत की बेटी को यह सम्मान मिलना आधी आबादी को प्रेरणा प्रदान करेगा। इस उपलब्धि पर संपूर्ण देशवासियों को गर्व है। 

loksabha election banner

बता दें कि उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले की मूल निवासी गीतांजलि श्री अभी दिल्ली में रहती हैं। गीतांजलि श्री करीब 30 साल से लेखन के कार्य में लगी हैं। रेत समाधि अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीतने वाली किसी भी भारतीय भाषा की यह पहली पुस्तक बन गई है। 50,000 पाउंड के पुरस्कार के लिए चुने जाने वाली पहली हिंदी भाषा की किताब है। पुस्तक का अंग्रेजी अनुवाद डेजी राकवेल ने किया है। रेत समाधि भारत के विभाजन से जुड़ी पारिवारिक गाथा है। पति की मृत्यु के बाद एक 80 साल की महिला का अनुकरण है। गीतांजलि का उपन्यास 'रेत समाधि' विश्व की उन 13 श्रेष्ठ कृतियों में शामिल था, जिनका नामांकन बुकर पुस्कार के लिए किया गया था। 'रेत समाधि' हिंदी की पहली कृति है जो बुकर प्राइज के लिए पहले चरण से नामिक हुई और बुकर प्राइज भी मिला। 

जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि पर सीएम ने अर्पित की श्रद्धांजलि 

प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। पटना जंक्शन गोलंबर के समीप उनकी आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। राजकीय समारोह में उन्हें शोक सलामी दी गई। एक मिनट का मौन धारण किया गया। भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, परिवहन मंत्री शीला कुमारी व राज्य नागरिक परिषद के पूर्व महासचिव छोटू सिंह ने भी अपनी श्रद्धांजलि दी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.