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Bihar Chunav Results 2020: हार के साथ कांग्रेस में बागी स्वर, नेताओं ने पूछा- लव सिन्हा का बिहार से क्या संबंध

कांग्रेस में टिकटों का बवाल अब तक ठंडा नहीं पड़ा है। चुनाव के पहले प्रत्याशियों ने टिकटों को लेकर बवाल काटा तो अब चुनावी नतीजे आने के बाद गलत प्रत्याशियों का चयन करने का ठिकरा पार्टी नेताओं पर फोड़ा जा रहा है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Wed, 11 Nov 2020 08:53 PM (IST)Updated: Wed, 11 Nov 2020 08:53 PM (IST)
Bihar Chunav Results 2020: हार के साथ कांग्रेस में बागी स्वर, नेताओं ने पूछा- लव सिन्हा का बिहार से क्या संबंध
बिहार के नतीजे आने के साथ ही कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है।

पटना, जेएनएन। बिहार कांग्रेस में टिकटों का बवाल अब तक ठंडा नहीं पड़ा है। चुनाव के पहले प्रत्याशियों ने टिकटों को लेकर बवाल काटा तो अब चुनावी नतीजे आने के बाद गलत प्रत्याशियों का चयन करने का ठिकरा पार्टी नेताओं पर फोड़ा जा रहा है। नतीजे आने के साथ ही कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है। नेताओं ने बांकीपुर से उम्मीदवार लव सिन्हा को प्रत्याशी बनाए जाने पर भी सवार उठाए हैं। 

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बुधवार को कई पार्टी नेताओं ने नेतृत्व पर उंगली उठाई 

जाले से टिकट के दावेदार रहे ऋषि मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की वजह से उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नहीं बन सके। मिश्रा ने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा खुद मिथिलांचल की राजनीति करते हैं। मगर मिथिलांचल की 30 सीटों में कांग्रेस एक पर भी चुनाव नहीं जीत सकी। उन्हें कम से कम मिथिलांचल में कांग्रेस की पराजय की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मांग करेंगे कि बिहार में पराजय के लिए जिम्मेदारी तय करें और बिहार को बचाएं। 

उम्मीदवारों के चयन में घोर लापरवाही

कांग्रेस के पूर्व विधायक जनार्दन शर्मा ने कहा कि पार्टी की पराजय की वजह है उम्मीदवारों के चयन में घोर लापरवाही। उम्मीदवार लड़ना कहीं से चाहता था और उसे लड़ा कहीं और से दिया गया। जिसका नतीजा है कि पार्टी बिहार में 27 सीटों से घटकर 19 पर आ गई। पार्टी नेता पुरुषोत्तम मिश्रा ने बांकीपुर से कांग्रेस के टिकट पर प्रत्याशी रहे लव सिन्हा को टिकट देने पर सवाल उठाए और कहा कि लव सिन्हा का बिहार से कितना संबंध है यह जगजाहिर है। पार्टी ने यदि प्रभाव में आए बिना बांकीपुर सीट पर किसी स्थानीय उम्मीदवार को खड़ा किया होता तो आज परिणाम हमारे पक्ष में होते। अजय सिंह ने कहा कि पार्टी के प्रदेश नेतृत्व की वजह से हमारी हार हुई। आलाकमान को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। अगर ऐस नहीं होता है तो बिहार के नेता एआइसीसी में जाकर धरना देंगे। उन्होंने मांग की कि टिकट बंटवारे की जांच होनी चाहिए।


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