Bihar Chunav 2020 RESULT: बिहार में चुनावी नतीजे से पहले क्यों बेचैन है दोनों खेमा, आप भी जानिए
Bihar Chunav 2020 RESULT बिहार में अब चुनावी नतीजे का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। किसकी जीत-किसकी हार के साथ ही किसकी बनेगी सरकार पर एनडीए और महागठबंधन में मंथन हो रहा है। हालांकि एग्जिट पोल के आंकड़ों ने तेजस्वी यादव की सरकार का अनुमान लगाया है।
पटना, जेएनएन। Bihar Chunav 2020 RESULT, Bihar Election Result 2020 बिहार में अब चुनावी नतीजे का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। आम लोगों से लेकर नेता-कार्यकर्ता तक बहस-मुबाहिसे में जुटे हैं। किसकी जीत-किसकी हार के साथ ही किसकी बनेगी सरकार पर एनडीए और महागठबंधन में भी अंदरखाने मंथन हो रहा है। हालांकि एग्जिट पोल के आंकड़ों ने तेजस्वी यादव की सरकार का अनुमान लगाया है। लेकिन नीतीश कुमार भी नाउम्मीद नहीं हैं। चुनावी नतीजों से पहले दोनों खेमों में बेचैनी है।
दलील दी जा रही है कि जिस तरह 2015 के विधानसभा चुनाव में तमाम एग्जिट पोल धाराशायी हो गये थे, ठीक उसी तरह 2020 के विधानसभा चुनाव का अनुमान भी परिणाम आते ही औंधे मुंह गिर जाएगा। बीते चुनाव में तब भारतीय जनता पार्टी को सिर्फ 53 सीटें मिली थीं, जबकि एग्जिट पोल के भारी-भरकम दावे में भाजपा के खाते में तमाम न्यूज चैनलों और सर्वे एजेंसियों ने बढ़-चढ़कर सीटें दी थीं। बीजेपी को आज तक इंडिया टूडे ने 120, एबीपी न्यूज ने 130, टूडे चाणक्या ने 155, टाइम्स नाऊ ने 111 सीटों पर बीजेपी की जीत का अनुमान लगाया था।
जदयू और भाजपा की बात करें तो वे एग्जिट पोल की संभावनाओं को खारिज करते हुए फिर से सरकार बनाने का दम भर रहे हैं। वहीं राजद-कांग्रेस और वाम मोर्चा का महागठबंधन सरकार बनाने को लेकर पूरी तरह आश्वस्त दिख रहा है। कांग्रेस में तो अंदर-अंदर उपमुख्यमंत्री-और मंत्री पद पर छोटे-बड़े नेताओं ने चर्चा भी शुरू कर दी है। लेकिन बेचैनी दोनों खेमों में देखी जा रही है। चुनावी नतीजे को लेकर सबकी धुकधुकी बढ़ी है।
इस बार के एग्जिट पोल के नतीजों की बात करें तो प्राय: सभी न्यूज चैनलों और सर्वे एजेंसियों ने तेजस्वी यादव की अगुआई वाले महागठबंधन की बढ़त दिखाई है। हालांकि नीतीश कुमार की अगुआई वाला एनडीए भी रेस में बना हुआ है। अनुमानित आंकड़ों में दोनों गठबंधनों के बीच 10-20 सीटों का फासला दिखाया जा रहा है। ऐसे में अनुमान से बेहतर परिणाम की उम्मीद दोनों खेमे में की जा रही है।
बिहार में 243 सीटों पर 3 चरणों में हुआ चुनाव
बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव हुआ है। प्रथम चरण में 28 अक्टूबर, दूसरे चरण में 3 नवंबर और तीसरे व अंतिम चरण में 7 नवंबर को वोट डाले गए हैं। मतगणना 10 नवंबर, मंगलवार को होगी। इसके साथ ही चुनावी नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। इस चुनाव में भाजपा, जदयू, हम और वीआइपी साथ-साथ एनडीए गठबंधन की ओर से चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि राजद, कांग्रेस और वाम मोर्चा ने साथ मिलकर महागठबंधन बनाया है। इस चुनाव में राजद नेता तेजस्वी यादव की ओर से सरकार में आने पर 10 लाख नौकरी देने का वादा किया गया है। यह चुनावी अपेक्षा पूरे इलेक्शन में सबसे अधिक चर्चा में रहा।
एक्जिट पोल से न हम घबराते हैं , न ही इतराते हैं : नंदकिशोर यादव
बिहार के पथ निर्माण मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने कहा है कि एक्जिट पोल से न हम घबराते हैं और न ही इतराते हैं । सर्वे करने वाली कंपनियों का काम है सर्वे करना और उस के माध्यम से हार जीत का आकलन करना। हमारा काम है जनता की सेवा करना। विकास की गति को बनाए रखना और जनता के विश्वास को बनाए रखना।
यादव ने रविवार को कहा कि एनडीए की सरकार ने पिछले 15 वर्षों में जो काम किया है, उससे सरकार के प्रति बिहार की जनता का विश्वास बढ़ा है। यही हमारी बड़ी कामयाबी है, यही हमारी बड़ी पूंजी है। हमें एक्जिट पोल से अधिक बिहार की जनता पर भरोसा है। कई बार एक्जिट पोल फेल भी हो जाते हैं। 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा को चाणक्य ने 155, टाइम्स नाउ ने 111, एबीपी न्यूज ने 130 और इंडिया टुडे ने अपने एक्जिट पोल में 120 सीटें दी थी।
विपक्षी दलों को ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं
बकौल यादव, बीते चुनाव में सारे एक्जिट पोल गलत साबित हुए और भाजपा को मात्र 53 सीटें ही मिलीं। वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव में किसी ने अपने एग्जिट पोल में यह नहीं बताया कि एनडीए को भारी बहुमत मिल रहा है। लेकिन, एनडीए ने प्रचंड बहुमत प्राप्त किया। विपक्षी दलों को अभी ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है । ज्यादातर एक्जिट पोल गलत ही साबित होते रहे हैं । इस बार भी एनडीए को प्रचंड बहुमत का मिलना तय है।