बिहारः शिवसेना के संजय राउत के बयान पर भड़के नीतीश कुमार बोले- 'उसको कुछ समझ है, मैं नोटिस भी नहीं लेता'
जनता दरबार कार्यक्रम खत्म होने के बाद पत्रकारों से बातचीत में शिवसेना के जनसंख्या कानून पर बीजेपी का जेडीयू से समर्थन वापस लेने के बयान से जुड़े सवाल पर नीतीश भड़क गए। उन्होंने कहा कि उसको कुछ समझ है वो कहां हैं पहले ये देखें।
राज्य ब्यूरो, पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि शिव सेना के लोग क्या बोलते हैं, उसकी तो हम नोटिस ही नहीं लेते। लड़कियों के पढ़ने पर अगर चिंता है तो वो जाने। उल्टे शिव सेना पर प्रहार करते हुए कहा कि वह किसको छोड़ कहां गया और अब कहां से छोड़कर कहां जाने की तैयारी कर रहे, यह वो न जानेगा। हमलोगों का इन सब लोगों से कोई मतलब नहीं। हम तो बिना वजह किसी पर बोलते भी नहीं। सबका अपना-अपना विचार है, करता रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कौन राज्य क्या करेगा वह करें। हमने तो यह कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए सबसे अधिक प्रभावी चीज क्या है। यह बताया था कि पत्नी अगर पढ़ी है तो प्रजनन दर क्या है। हमलोगों ने लड़कियों के लिए पढ़ाई की व्यवस्था की तो हमारे यहां प्रजनन दर चार से घटकर तीन पर आ गयी। हमारी तो सोच है कि लड़कियां अगर शिक्षित होंगी तो प्रजनन दर घटेगा।
इस प्रसंग पर शिवसेना को लिया निशाने पर
पिछले सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण को ले यूपी में कानून लाए जाने की बात से असहमति जताते हुए कहा था कि यह कानून के जरिए संभव नहीं। लड़कियां अगर शिक्षित होंगी तो जनसंख्या नियंत्रित होगी। इस पर शिवसेना ने भाजपा को बिहार में सरकार से समर्थन वापस लिए जाने की बात कही थी।
कोरोना काल में इस तरह आंदोलन करना ठीक नहीं
किसानों के आंदोलन पर नीतीश कुमार ने कहा कि यह कुछ राज्यों की बात है। उन सब इलाकों में नई पालिसी पर विरोध है। बातचीत कर उन लोगों को समझाना चाहिए। यह किसानों के खिलाफ नहीं, पर कोरोना काल में इस तरह से बड़ी संख्या में जुट कर आंदोलन करना ठीक नहीं। तीसरा राउंड भी आने वाला है। बिहार में किसानों की यह समस्या नहीं। यहां तो बात ही दूसरी है। बिहार में किसानों की उत्पादकता बढ़ी है। हमलोग अनाज का क्रय करा रहे। लोगों को इसका लाभ मिल रहा है।
नई तकनीक तो आफत करेगी ही, इस पर गौर करना चाहिए
फोन टैपिंग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नई तकनीक तो आफत करेगी ही। इस पर गौर करना चाहिए। फोन टैपिंग बहुत गंदी बात है। किसी को इस तरह अपमानित करना ठीक नहीं। काम करने में बाधा आती है। कई लोगों को तंग करना और परेशान करना चलता रहता है।
पेट्रोल में टैक्स कमी करने पर आपस में गौर करेंगे, क्या रास्ता है
पेट्रोल के टैक्स कमी करने पर राज्य सरकार की पहल के संबंध में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी इस पर कोई गौर नहीं किया है। आपस में बात कर देखेंगे कि क्या रास्ता होगा।
संजय के इस बयान पर भड़के नीतीश
गौरतलब है कि शिवसेना नेता संजय राउत ने पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में लिखा था कि वे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्णय का स्वागत करते हैं। इसके साथ ही संजय ने कहा था कि अगर बिहार के सीएम नीतीश कुमार इसका विरोध करते हैं तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को उनसे समर्थन वापस ले लेना चाहिए। बता दें कि 12 जुलाई को नीतीश ने जनसंख्या कानून पर अपने विचार स्पष्ट किए थे। जनता दरबार कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में नीतीश ने कहा था कि केवल कानून बनाने से कुछ नहीं होगा। यह महिलाओं की शिक्षा से संभव है।