बिहार बोर्ड देगा अब Zero Error Result, आंसर बुक के मूल्यांकन की होगी Double Entry
बिहार बोर्ड अब जीरो एरर रिजल्ट देगा। परीक्षा परिणाम में कोई त्रुटि नहीं। इसे लेकर कवायद तेज हो गई है। जानें शासी निकाय की बैठक में और क्या-क्या हुए निर्णय।
पटना [जेएनएन]। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड) अब 'जीरो एरर रिजल्ट' देगा। परीक्षा परिणाम में कोई त्रुटि नहीं। इसे लेकर बिहार बोर्ड की कवायद तेज हो गई है। जीरो एरर रिजल्ट के लिए आंसर बुक के मूल्यांकन की डबल एंट्री कराएगा। शनिवार को बिहार बोर्ड की गवर्निंग बॉडी की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
बैठक में यह भी बताया गया कि रिजल्ट जारी होने से पहले त्रुटियों को दूर करने की जिम्मेवारी दो अलग-अलग टीमों को सौंपी जाएगी। वहीं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सभी कार्य पेपरलेस होंगे। साथ ही इंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) पर भी बात हुई। इसके अलावा विशुन राय महाविद्यालय वैशाली की संबद्धता को कैंसिल कर दिया गया।
तैयार किये जाएंगे डाटाबेस
बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया कि वार्षिक माध्यमिक परीक्षा और इंटरमीडिएट परीक्षा 2019 की उत्तर पुस्तिका के प्राप्तांकों को प्रतिदिन डबल डाटा इंट्री कराई जाएगी। इसके लिए दो अलग-अलग टीमें बनाई जाएंगी, जो डेली एंट्री का काम करेंगी। परीक्षा समिति के सभी वित्तीय कार्य, बजट, परीक्षा के लिए पंजीयन, मान्यता प्राप्त स्कूलों का डाटाबेस तैयार किया जाएगा। कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक की सेवा का डाटाबेस बनाया जाएगा।
कदाचार रोकने के लिए बनी कमेटी
इतना ही नहीं, बैठक में कदाचार की जांच के लिए समिति का गठन किया गया। सदस्य के रूप में बिहार शिक्षा सेवा से सेवानिवृत्त सुरेश सिन्हा, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के अवकाश प्राप्त प्रो. समीर कुमार वर्मा, भूगोल विभाग के अवकाशप्राप्त प्रो. आलोक कुमार और बीआरए बिहार विश्वविद्यालय इतिहास विभाग के अध्यक्ष रहे डॉ. जावेद अहमद को सदस्य मनोनीत किया गया।
तो मिलेगी 10 से 30 परसेंट तक अतिरिक्त राशि
बोर्ड ने पूर्व की बैठक में उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन भत्ते में वृद्धि का प्रस्ताव वापस लेते हुए त्रुटिरहित जांच करने पर 10 परसेंट अतिरिक्त भुगतान का निर्णय लिया है। जो शिक्षक शत प्रतिशत त्रुटिरहित मूल्यांकन करेंगे उन्हें 30 परसेंट अतिरिक्त राशि का भुगतान होगा। बैठक में 33 इंटर स्तरीय स्कूलों की मान्यता बहाल कर दी गई। इन स्कूलों ने समिति के नोटिस पर शिक्षकों की सूची वेबसाइट पर अपलोड कर दी है।