Move to Jagran APP

बिहार भाजपा ने बताया राहुल गांधी की कथित महिला मित्रों का नाम, डांस-पार्टी का जिक्र कर कांग्रेस पर हमला

बिहार भाजपा ने कहा है कि राहुल सारी रात पार्टी करें उससे किसी को कोई समस्या नहीं है। देश की पुरानी पार्टी के युवराज होने के कारण वे किस तरह के तत्वों के साथ दोस्ती निभा रहे हैं इस पर सवाल खड़े होंगे।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Fri, 06 May 2022 05:03 PM (IST)Updated: Fri, 06 May 2022 05:03 PM (IST)
बिहार भाजपा ने बताया राहुल गांधी की कथित महिला मित्रों का नाम, डांस-पार्टी का जिक्र कर कांग्रेस पर हमला
कांग्रेस नेता राहुल गांधी। जागरण आर्काइव। -

राज्य ब्यूरो, पटना : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि कोई अपने निजी जीवन में क्या करता है उससे किसी अन्य को कोई मतलब नहीं होना चाहिए। राहुल पब में समय गुजारें या किसी कसीनो या डिस्को में सारी रात पार्टी करें, उससे किसी को कोई समस्या नहीं है, लेकिन देश की पुरानी पार्टी के युवराज होने के कारण वे किस तरह के तत्वों के साथ दोस्ती निभा रहे हैं, इस पर सवाल जरूर खड़े होंगे। उन्होंने कहा कि देश विरोधी तत्वों के साथ कांग्रेस का हाथ हमेशा रहता है। 'राहुल की नेपाल यात्रा' में सामने आए उनकी दो कथित मित्रों (होउ यांकी और सुमनिमा उदास) के नाम इसकी पुष्टि करते हैं।

loksabha election banner

होउ यांकी की बात करें तो उनके लिए यह दावा किया जाता है कि नेपाल की सत्ता के गलियारों से लेकर सेना के मुख्यालय तक उनकी घुसपैठ है। सन 2020 में नेपाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को हनी ट्रैप में फंसाने की खबरें सामने आई थीं। वहीं सुमनिमा उदास अक्सर भारत विरोधी एजेंडे के कारण सुर्खियों में रहती हैं। कोरोना महामारी के दौरान भी इन्होंने वैक्सीन को लेकर भारत सरकार के खिलाफ जमकर अफवाह फैलायी थी। उन्होंने जामिया के उपद्रवियों का भी समर्थन किया था। कहा जा रहा है कि उदास पहले चीन में नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के एक प्रोजेक्ट पर थी आजकल वह काठमांडू के चीनी दूतावास में नेपाल चीन प्रोजेक्ट की डायरेक्टर हैं।

उन्होंने कहा कि प्रश्न उठता है कि राहुल गांधी को इस विवाह समारोह का निमंत्रण क्यों मिला और जब राहुल गांधी को पता था कि इस विवाह समारोह में चीन की गुप्तचर एजेंसी से लेकर चीन के बड़े-बड़े पदाधिकारी और चीन के राजदूत शामिल हो सकते हैं तब उन्हें ‘चोरी-छिपे’ इस विवाह समारोह में शामिल होने की जरूरत क्यों पड़ी? ऐसे भी भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले चीनीयों के साथ राहुल की दोस्ती कोई नयी नहीं है। चीन के साथ ‘गुप्त समझौते’ पर दस्तखत करने वाले राहुल, डोकलाम विवाद के समय भी इसी तरह चीनी अधिकारियों से ‘चोरी-छिपे’ मिलने गये थे। इसके अतिरिक्त उनकी पार्टी के चीन से चंदे के रूप में लाखों डालर लेने की बात भी सामने आ चुकी है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि इस तरह के भारत विरोधी तत्वों के साथ राहुल गांधी का यह रिश्ता क्या कहलाता है? निजी जीवन की आड़ में इस सवाल से बचा नहीं जा सकता।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.