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Bihar Assembly Election: 30 अगस्‍त तक मांझी खोलेंगे पत्ते, कहा, सारे ऑप्‍शन पर हो रहा विचार

Bihar Assembly Election 2020 मांझी ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद राजनीतिक बातों से ना इंकार किया ना इजहार किया। इस मुलाकात को सीटों के बंटवारे से जोड़कर देखा जा रहा है।

By Bihar News NetworkEdited By: Published: Thu, 27 Aug 2020 12:43 PM (IST)Updated: Fri, 28 Aug 2020 01:28 PM (IST)
Bihar Assembly Election: 30 अगस्‍त तक मांझी खोलेंगे पत्ते, कहा, सारे ऑप्‍शन पर हो रहा विचार
Bihar Assembly Election: 30 अगस्‍त तक मांझी खोलेंगे पत्ते, कहा, सारे ऑप्‍शन पर हो रहा विचार

पटना, जेएनएन। Bihar Assembly  : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले महागठबंधन  (Grand Alliance) को झटका देने के बाद  हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जीतन राम मांझी ने गुरुवार को मुख्‍यमंत्री आवास पहुंचकर नीतीश कुमार से मुलाकात की। मुलाकात में क्‍या बात हुई इसपर मांझी ने खुलकर कुछ नहीं कहा। हालांकि इतना जरूर कहा कि आज हमारे बीच कोई राजनीतिक बात नहीं हुई है। हमने अपने क्षेत्र के मुद्दों को लेकर मुख्‍यमंत्री से  बात की है। जब पत्रकारों ने उनके एनडीए में शामिल होने की बात पूछा तो उन्‍होंने कहा कि 30 अगस्‍त को पूरी पिक्‍चर साफ हो जाएगी। राजनीति में आना-जाना लगा रहता है। अभी हम सारे ऑप्‍शन पर विचार कर रहे हैंं। इस बारे में 30 अगस्‍त तक बाकी बातें भी साफ हो जाएगी। बता दें कि मांझी के महागठबंधन से नाराजगी के बाद नीतीश कुमार के साथ गुरुवार को पहली बैठक हुई। मगर पिछले कुछ दिनों से हम के एनडीए में शामिल होने की चर्चा गरम रही है। मुख्यमंत्री से उनके आवास पर जाकर मुलाकात का संकेत यह भी है कि मांझी के लिए राजग का दरवाजा अब लगभग खुल गया है। मतलब भाजपा को भी कोई आपत्ति नहीं होगी। परस्पर सहमति बनने के बाद अब सीटों के बंटवारे पर बात आगे बढ़ सकती है।

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राजनीतिक बातों से ना इंकार ना इकरार

गौरतलब है कि जीतन रात मांझी ने नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद यह स्वीकार किया कि अगले एक-दो दिनों में जब मुलाकात होगी तब बाकी बातें भी होंगी। हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि जब दो बड़े नेता मिलते हैं तो राजनीतिक बातों से इन्कार नहीं किया जा सकता है। हमारे लिए राजग का दरवाजा खुला है। अभी सभी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। 30 अगस्त तक अपने अगले रुख के बारे में स्पष्ट करेंगे।

सीटों के बंटवारे से जोड़कर देखा जा रहा है मुलाकात

महागठबंधन में लगातार उपेक्षा से खिन्न मांझी ने 22 अगस्त को अपनी पार्टी की कार्यसमिति की बैठक करके अपना रास्ता अलग कर लिया था। राजद समेत अन्य घटक दलों पर वह गरजने-बरसने भी लगे थे। तभी से माना जा रहा था कि वह राजग की ओर बढऩे वाले हैं। गुरुवार की मुलाकात को सीटों के बंटवारे से जोड़कर देखा जा रहा है। पार्टी सूत्रों का दावा है कि मांझी को 12 से 15 सीटें मिल सकती हैं। अधिसंख्य सीटें मगध प्रमंडल की हैं। सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार एनडीए में हम को 9 से 12 सीटें देने को राजी हो गए हैं। जीतन राम मांझी  15 सीटें मांग रहे हैं। वे मगध में बीजेपी की कुछ सीटें मांग रहे थे। बीजेपी के असमंजस के कारण मांझी का एनडीए में शामिल होने का फैसला टल रहा था।

...और भी ऑप्‍शन हैं

उल्‍लेखनीय है कि कुछ ही दिन पहले राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) पर गठबंधन को तोड़ने का आरोप लगाकर बाहर हुए हम प्रमुख जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के अगले कदम पर सबकी नजर थी। अंदरखाने में चर्चा गरम थी कि वे फिर से एनडीए में शामिल हो सकते हैं।  इस बीच जनता दल यूनाइटेड (JDU) के अलावा असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi), पप्‍पू यादव (Pappu Yadav) व यशवंत सिंह (Yashwant Sinha) से उनके संपर्कों की चर्चा भी है। वहीं, गठबंधन के घटक दलों में मांझी के बाहर होने से चिंता थी। बुधवार को ही रालोसपा के प्रमख उपेंद्र कुशवाहा ने खुलकर कहा था कि जीतन राम मांझी का गठबंधन से बाहर जाना दुखद है। उनके जाने से गठबंधन को नुकसान होगा। ऐसे में बिहार की राजनीति में अहम फैक्‍टर बने मांझी पर सबकी निगाहें टिकी हुई थी। पिछले कुछ दिनों से मांझी जिस प्रकार से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सराहना कर रहे थे, उससे यह संकेत मिलने लगा था कि वे जल्द ही महागठबंधन (Grand Alliance) से खुद को अलग करेंगे। उन्होंने इसकी पृष्ठभूमि भी करीब-करीब तैयार कर रखी थी। केवल एक मौके का इंतजार था।


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