Bihar Assembly Election: चुनाव को ले कांग्रेस का सीधा फंडा, जिसने जितना योगदान, टिकट की उतनी दावेदारी
Bihar Assembly Election बिहार चुनाव में कांग्रेस सदस्यता अभियान चलाने वाले टॉप पांच जिलाध्यक्षों को टिकट दे सकती है। पार्टी ने दो महीने के दौरान करीब 1.70 लाख लोग जोड़े हैं।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Assembly Election 2020: कांग्रेस (Congress) के पुराने नेताओं के बीच पार्टी अब नए चेहरों को आगे लाने की योजना पर काम कर रही है। यदि चुनाव में सीट बंटवारे (Seat Sharing) में कोई पेंच नहीं फंसा और कांग्रेस को मन मुताबिक 80-84 सीटों पर किस्मत आजमाने का मौका मिला तो नए चेहरे चुनाव मैदान में नजर आ सकते हैं। पार्टी ने इसका फॉर्मूला भी बना लिया है। इसके अनुसार कांग्रेस में जिसने जितना जोड़ा, उतना बड़ा कद होगा, साथ ही चुनाव में टिकट पर उतनी दावेदारी हाेगी।
टॉप10 जिलाध्यक्षों को प्रमुख जिम्मेदारियां देने का वादा
पिछले वर्ष ही कांग्रेस ने बिहार में पार्टी को मजबूती देने व अपना सदस्यता अभियान शुरू किया। करीब 21 लाख नए लोगों को पार्टी से जोड़ा गया। कोरोना की वजह से बीच में कुछ समय के लिए सदस्यता अभियान बाधित रहा। बाद में पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के निर्देश पर पार्टी के बिहार प्रभारी सांसद शक्ति सिंह गोहिल और प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन के नेतृत्व में ऑनलाइन सदस्यता अभियान (Online Membership) शुरू हुआ। ऑनलाइन सदस्यता अभियान की शुरुआत करते हुए पार्टी के तमाम जिलाध्यक्षों से वादा किया था कि सदस्यता अभियान में ज्यादा से ज्यादा लोगों को पार्टी से जोड़ने वाले टॉप-10 जिलाध्यक्षों को पार्टी में प्रमुख जिम्मेदारियां दी जाएंगी।
दो महीने में करीब 1.70 लाख लोगों को कांग्रेस से जोड़ा
आलाकमान की पहल पर शुरू हुआ सदस्यता अभियान अब रंग दिखाने लगा है। महज दो महीने के दौरान विभिन्न जिलाध्यक्षों ने करीब 1.70 लाख लोगों को कांग्रेस से जोड़ा है। अधिक सदस्य बनाने वाले जिलों में पहले पायदान पर गया है, जहां अब तक 26 हजार से ज्यादा ऑनलाइन सदस्य बनाए गए हैं। टॉप पांच जिलों में गया के अलावा दरभंगा, मुंगेर, पटना ग्रामीण और नवादा जिले आते हैं। इसके बाद के पांच जिलों में अरवल, मुजफ्फरपुर, कैमूर, भागलपुर और सीतामढ़ी जैसे जिलों का नाम है।
टॉप पांच जिलाध्यक्षों को चुनाव में मौका देने की चर्चा
पार्टी के विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि पहले पायदान से लेकर पांचवे पायदान वाले जिलाध्यक्षों को इस बार चुनाव मैदान में उतरने का मौका दिए जाने की चर्चा है। इसके बाद के पांच जिलाध्यक्षों को एक ओर जहां पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने का मौका मिलेगा वहीं प्रदेश कांग्रेस में उन्हें कोई ना कोई महत्वपूर्ण पद सौंपा जा सकता है।
जिसका जितना बड़ा योगदान, उसका उतना बड़ा कद
सदस्यता अभियान अभी जारी है और आगे भी जारी रहेगा। मौका औरों के लिए भी खुला हुआ है। फॉर्मूला सीधा सा है पार्टी में जिसका जितना बड़ा योगदान होगा आने वाले समय में उसका उतना ही बड़ा कद होगा।