Bihar Assembly Election 2020: तेजस्वी यादव बोले- नीतीश शासन में बढ़ी बेरोजगारी, पलायन भी तेज हुआ
चुनाव प्रचार की शुरुआत करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुशील मोदी पर जमकर निशाना साधा। कहा कोरोना काल में बिहार के लोग घर वापस आना चाहते थे तो नीतीश सरकार ने उनको आने से रोका और कहा कि बिहार में घुसने नहीं देंगे।
पटना, जेएनएन। विधानसभा चुनाव प्रचार की शुरुआत करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुशील मोदी पर जमकर निशाना साधा। कहा, कोरोना काल में बिहार के लोग घर वापस आना चाहते थे तो नीतीश सरकार ने उनको आने से रोका और कहा कि बिहार में घुसने नहीं देंगे। हमने बसों का प्रबंध कर उनको वहां से निकाला। बिहार के युवा बेरोजगार होते जा रहे हैं और सुशील मोदी कहते हैं कि मजदूरों को पलायन करने में मजा आता है। नीतीश कहते हैं कि समुद्र पास होता तो यहां औद्यौगिक विकास ज्यादा होता। बिहार लैंडलॉक प्रदेश है। इसलिए यहां कल-कारखाना की संभावनाएं कम हैं। डबल इंजन की सरकार में विकास के नाम पर सब खत्म है। ये विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिलवा सके। वे शुक्रवार को आरा, भभुआ व कहलगांव (भागलपुर) में चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे थे।
न तो गरीबी मिटा पाई, न ही बेरोजगारी
तेजस्वी ने कहा कि 15 वर्षों में नीतीश सरकार न तो गरीबी मिटा पाई, न ही बेरोजगारी और पलायन रोक सकी। यह सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। मेरी सरकार बनते ही पहली कैबिनेट की बैठक में दस लाख युवाओं के रोजगार पर मुहर लगेगी। फॉर्म और किराया शुल्क भी माफ रहेगा। वृद्धजनों को 400 रुपये की जगह एक हजार पेंशन देंगे। विभागों में लाखों पद खाली है, लेकिन नीतीश सरकार उसे भरने की जगह संविदा पर काम करा रही है। अधिक आबादी पर भी कम पुलिस वाले है। इंजीनियरों, डॉक्टरों और चपरासी आदि की कमी साफ तौर पर देखी जा सकती है। हम शिक्षा मित्रों को समान काम के बदले समान वेतन देंगे।
सरकार बनी तो नियोजित शिक्षकों को समान काम के लिए समान वेतन
तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनी तो नियोजित शिक्षकों को समान काम के लिए समान वेतन मिलेगा। सभाओं में तेजस्वी के साथ उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव भी शामिल हुए। उन्होंने महागठबंधन के हांथों को मजबूत करने का भी लोगों से अपील की।