Move to Jagran APP

Bihar Assembly Election 2020: प्रदेश भाजपा अध्‍यक्ष ने तेजस्‍वी यादव पर कसा तंज, कहा-जनता की क्या भलाई करेंगे पिता को भूलने वाले

Bihar Assembly Election 2020 डॉ संजय जायसवाल ने फेसबुक पोस्‍ट के जरिए तेजस्‍वी पर किया हमला। उनकी तुलना औरंगजेब से की। राजद के पोस्‍टर से लालू की तस्‍वीर गायब होने पर उठाया सवाल।

By Sumita JaswalEdited By: Published: Sun, 20 Sep 2020 09:28 PM (IST)Updated: Sun, 20 Sep 2020 09:28 PM (IST)
Bihar Assembly Election 2020: प्रदेश भाजपा अध्‍यक्ष ने तेजस्‍वी यादव पर कसा तंज, कहा-जनता की क्या भलाई करेंगे पिता को भूलने वाले
Bihar Assembly Election 2020: प्रदेश भाजपा अध्‍यक्ष ने तेजस्‍वी यादव पर कसा तंज, कहा-जनता की क्या भलाई करेंगे पिता को भूलने वाले

पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Assembly Election 2020:  भाजपा प्रदेश अध्यक्ष (BJP State President)  डॉ. संजय जायसवाल (Dr. Sanjay Jaiswal)  ने रविवार को फेसबुक पोस्ट (Facebook post ) के जरिए  नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejaswai Yadav) पर तंज कसा है। उन्होंने लिखा पिता को भूलने वाले जनता की क्या भलाई करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष ने लिखा है कि तेजस्वी यादव को देखकर औरंगजेब (Aurangzeb)  की याद आती है। रघुवंश बाबू (Raghuvansh Babu) के साथ जो किया, वह सबको याद है। लेकिन अपने पिता और राजद (RJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव  (Lalu Prasad Yadav) के साथ वह क्या करना चाहते हैं, यह थोड़ा शोध का विषय है। आप कहीं भी देख लीजिए, तेजस्वी के अलावा किसी का चेहरा राजद के पोस्टर पर नहीं दिखता है। लालू प्रसाद पूरी तरह से गायब हैं। आखिर तेजस्वी का एजेंडा क्या है, वे उस चेहरे से क्यों भाग रहे हैं, जो उनके पिता भी हैं।

loksabha election banner

लालू-राबड़ी शासन पर शर्मिंदा तो जनता से माफी मांगे

क्या तेजस्वी अपनी विरासत पर शर्मिंदा हैं, अगर उन्हेंं लगता है कि उनके पिता और माता के शासनकाल में कांग्रेस के साथ मिलकर कुशासन और अराजकता का निर्माण किया गया, वह शर्मिंदगी की वजह है तो उन्हेंं पूरे राज्य की जनता से माफी मांगनी चाहिए न कि छद्म आवरण में राजनीति करनी चाहिए।

परिवार में घमासान पर भी साधा निशाना

उन्‍होंने कहा कि तेजस्वी का खुद अपने परिवार से घमासान चल रहा है, यह जानी हुई बात है। तेजप्रताप यादव  (TejPratap Yadav ) और मीसा यादव (Misa Yadav)  का उनसे छत्तीस का आंकड़ा चल रहा है। तेजस्वी अपनी पार्टी के एकछत्र नेता बन गए हैं, जिनको लोकतंत्र से चिढ़ है। वह उस औरंगजेब की तरह हो गए हैं, जिसको न तो किसी पर भरोसा है, न वह किसी की बात सुनते हैं, न ही वह अपने सामने किसी को बढऩे देना चाहते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.