Bihar Assembly By Election: तारापुर और कुशेश्वरस्थान के चुनाव नतीजों से बिहार में बन सकती है नई तस्वीर
Bihar Assembly By Election 2021 Results बिहार में विधानसभा की दो सीटों तारापुर और कुशेश्वरस्थान में उपचुनाव के नतीजे आज दिग्गजों के परिश्रम की होगी परख बिहार की राजनीति की दशा-दिशा तय करेगा यह परिणाम इसलिए सबको है बेसब्री से इंतजार
पटना, अरविंद शर्मा। Bihar Assembly By Elections Result: बिहार विधानसभा की दो सीटों पर शनिवार को हुए मतदान का परिणाम मंगलवार को यानी आज आने वाला है। कुशेश्वरस्थान और तारापुर सीटों पर राजद, जदयू एवं कांग्रेस ने जीत के दावे किए हैं। राजनीतिक दलों के साथ आम लोगों को भी चुनाव के परिणाम की बेसब्री से प्रतीक्षा है, क्योंकि भविष्य की राजनीति की दशा-दिशा के लिए यह बेहद अहम साबित होगा। इसके पीछे कई संदेश और संकेत छुपे हो सकते हैं। साढ़े तीन वर्षों के बाद लालू प्रसाद की बिहार की राजनीति में प्रवेश और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की टीम की मेहनत ने उपचुनाव के माहौल को आम चुनाव की तरह ही बना दिया है।
यही कारण है कि सभी दलों ने अपने-अपने स्तर से चुनाव जीतने के लिए अंतिम जोर लगा दिया था। यहां तक कि राजद ने अपने ट्रंप कार्ड के रूप में लालू प्रसाद को भी आजमा लिया है। चुनाव की अहमियत को भांपते हुए कांग्रेस ने भी अपने नए-नवेले पोस्टर ब्वाय कन्हैया कुमार को मैदान में उतार दिया था। अब नतीजे का इंतजार है।
दिग्गजों के प्रयासों की होगी परख
सबकी टकटकी जदयू और राजद के प्रदर्शन पर है। दोनों दलों ने इस चुनाव को युद्ध की तरह लड़ा है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, मंत्री संजय झा एवं अशोक चौधरी के अलावा कई अन्य मंत्रियों के प्रयासों की भी परख होनी है। जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी लगातार प्रचार में जुटे थे। आखिरी दौर में डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और मंत्री सम्राट चौधरी ने भी ताकत झोंक दी थी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तो अथक मेहनत से इसे करो या मरो की स्थिति में ला दिया है। राजद विधायक रणविजय साहू ने भी वैश्य वोटरों को धारा के विपरीत लाने के लिए काफी मेहनत की है। फिर भी राजद को अगर हार मिली तो आगे की राह में मुश्किलें आनी तय हैै। महागठबंधन का मोर्चा कमजोर पड़ सकता है और घर में भी तेजस्वी पर तेजप्रताप यादव के हमले बढ़ सकते हैैं।
कांग्रेस के चश्मे से भी हटेगी धूल
इसी तरह राजद से अलग होकर कांग्रेस ने भी खूब प्रयास किया है। उसके चश्मे से भी धूल हट सकती है। राजद की हार हुई तो तेजस्वी के सामने कांग्रेस का दमखम बढ़ सकता है। जीत की स्थिति में बैकफुट पर आना पड़ सकता है। हालांकि राजनीतिक विश्लेषकों के हिसाब से कांग्रेस और चिराग पासवान की पार्टी के लिए ज्यादा संभावना नहीं दिख रही है। फिर भी दोनों दलों के लिए परिणाम काफी अहम होगा। आम चुनाव में उक्त दोनों सीटों पर चिराग के प्रत्याशियों को दस हजार से ज्यादा वोट मिले थे। अबकी चुनौती उससे आगे ले जाने की है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो जदयू को पस्त करने का श्रेय लेने से चिराग वंचित रह सकते हैं।
नौ बजे से आने लगेगा रुझान
माकपोल के बाद सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती होगी। उसके बाद 8.30 बजे से इवीएम के वोट गिने जाएंगे। करीब नौ बजे से रुझान भी आने प्रारंभ हो जाएंगे। दोनों सीटों पर कुल 17 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होना है। निर्वाचन आयोग ने मतगणना की सारी तैयारियां पूरी कर ली हैैं। कुशेश्वरस्थान में 14 सामान्य टेबल और दो पोस्टल बैलेट के टेबल लगाए गए हैैं। तारापुर में 14 सामान्य टेबल और पांच पोस्टल बैलेट के टेबल लगाए गए हैं।
दरभंगा में कैंप कर रहे तेजस्वी
राजद ने इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। तेजस्वी यादव को दोनों सीटों पर गिनती में धांधली की आशंका है। इसलिए वह सोमवार की शाम ही दरभंगा पहुंच गए हैं। मतगणना के दौरान कुशेश्वरस्थान पर वहीं से नजर रखेंगे। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को तारापुर की निगरानी का जिम्मा दिया है। उनके नेतृत्व में दूसरी टीम मुंगेर में कैंप करेगी। मुख्यालय स्तर से भी नजर रखी जाएगी, ताकि किसी तरह की गड़बड़ी होने पर फौरन चुनाव आयोग को सूचित किया जाए।