कोरोना ने बिहार के इतने बच्चों को कर दिया अनाथ, राज्य के बाद केंद्र सरकार भी मदद को आई आगे
कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों की मदद पर राज्य सरकारों को न्यायालय की हिदायत के बाद इस दिशा में चल रहे कार्यों को फिर से एक बार नए सिरे से देखा जा रहा है। बिहार सरकार ने अपनी ओर से पहल करते हुए अपनी योजना आरंभ की थी।
पटना, राज्य ब्यूरो। कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों की मदद पर राज्य सरकारों को न्यायालय की हिदायत के बाद इस दिशा में चल रहे कार्यों को फिर से एक बार नए सिरे से देखा जा रहा है। बिहार सरकार ने अपनी ओर से पहल करते हुए केंद्र सरकार से पहले इस दिशा में अपनी योजना आरंभ की थी। समाज कल्याण विभाग की देखरेख में संचालित होने वाली इस योजना के तहत अबतक 61 बच्चों को सहायता मिल रही है।
प्रति माह डेढ़ हजार रुपए प्रभावित बच्चे के बैंक खाते में जा रहे
कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को राज्य सरकार ने पहले परवरिश योजना के तहत प्रति माह एक हजार रुपए देने का फैसला किया था। बाद में तय हुआ कि राज्य योजना से इन बच्चों को प्रति माह डेढ़ हजार रुपए दिए जाएंगे। इसके लिए समाज कल्याण विभाग ने सभी जिलों में स्थित अपने विभाग के अधिकारियों से रिपोर्ट मंगाई। इस क्रम में यह बात सामने आई कि पूरे राज्य में ऐसे बच्चों की संख्या 61 है। इसके बाद वित्त विभाग से इस योजना के लिए राशि मांगी गयी। इस योजना को बिचौलिए से दूर रखने को ले सभी बच्चों का बैंक एकाउंट खोला गया। अब प्रति माह ऐसे बच्चों को डेढ़ हजार रुपए उनके बैंक खाते में भेजी जा रहे हैं। 18 वर्ष तक उन्हें यह मदद मिलेगी।
- कोरोना की वजह से अनाथ हुए पांच दर्जन बच्चों को प्रति माह डेढ़ हजार
- पीएम केयर्स फंड की मदद से मिलने वाली मदद को ले बैंक खाता खुला
- राज्य सरकार की योजना से प्रति माह मिल रही डेढ़ हजार की मदद
केंद्र की मदद के लिए भी सभी बच्चों का खाता खोला गया
कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को केंद्र सरकार द्वारा घोषित योजना के तहत पीएस केयर्स फंड से मदद मिलनी है। इसके अंतर्गत मुख्य रूप से पढ़ाई को लेकर मदद मिलनी है। बिहार में इस योजना का अपडेट है कि इसके तहत अलग से बैंक खाते खोल लिए गए हैं। शीघ्र ही सहायता उपलब्ध होगी।