बड़ी सोच और लक्ष्य निर्धारित करने से ही स्थापित होगा आइडिया
आइआइटी के छात्र शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि के क्षेत्र में अनुसंधान करें।
बिहटा । आइआइटी के छात्र शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि के क्षेत्र में अनुसंधान करें। शनिवार को बिहटा के अमहारा स्थित आइआइटी पटना के कैंपस में इन्क्यूबेशन सेंटर का शिलान्यास करते हुए उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने यह आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारत चौथी औद्योगिक क्रान्ति के दौर से गुजर रहा है, जो कि स्पीड और डाटा पर आधारित है। जब आप बड़ी सोच और उच्च लक्ष्य निर्धारित करेंगे तभी संभव होगा कि आप अपने आइडिया को दुनिया में स्थापित कर सकेंगे। यह केन्द्र देश के 18 इन्क्यूबेशन केंद्र में से एक है।
मोदी ने कहा कि 5,442 आवेदनों की समीक्षा के उपरात 931 आवेदकों को आइआइटी पटना सहित 17 अन्य इन्क्यूबेशन संस्थानों के साथ सम्बद्ध किया गया है। राज्य व केंद्र सरकार 15 करोड़ की लागत से आइआइटी पटना के परिसर में 30 हजार वर्गमीटर में दो मंजिले इन्क्यूबेशन सेंटर का निर्माण करा रही है। यहा मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजायन एंड मैन्युफैक्च¨रग के लिए 50 इन्क्यूबेटर को स्थान उपलब्ध कराए जाएंगे।
इस अवसर पर पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने कहा कि उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में नये-नये आइडिया को सामने लाने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्टार्ट अप इंडिया योजना लागू की है। भारत आज 65 प्रतिशत युवाओं वाला देश है । युवाओं में टैलेंट की कमी नही है। जरूरत है विदेशी वस्तुओं के ट्रेडमार्क को भुलाकर मेड इन इंडिया को पेटेंट करने की।
उन्होंने बताया कि दानापुर स्टेशन से बिहटा तक 20 किलोमीटर एलिवेटेड रोड और सगुना मोड़ से दानापुर स्टेशन तक आठ लेन वाली सड़क का निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा । मौके पर मौजूद निदेशक प्रो. पुष्पक भट्टाचार्य ने कहा कि इन्क्यूबेशन सेंटर में देश की नामचीन कंपनिया आकर रिसर्च करेंगी। आइआइटी उन्हें इंफ्रास्टक्चर मुहैया कराएगा। उन्होंने कहा कि इन्क्यूबेशन सेंटर खुलने से एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा मिलेगा। विधान पार्षद नीरज कुमार, विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, सीपी सिंह, पूर्व विधायक रामजन्म शर्मा, अनिल कुमार, राज्य पुल निगम के जितेंद्र श्रीवास्तव, उमेश कुमार, डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. त्रिपुरारी शरण सहित कई लोग शामिल थे।