लालू के करीबी RJD MLA इलियास हुसैन पर बड़ी कार्रवाई, चली गई विधायकी
अलकतरा घोटाला में सजायाफ्ता राजद विधायक मो. इलियास हुसैन पर विधानसभा ने बड़ी कार्रवाई की है। क्या है मामला, जानिए इस खबर में।
By Amit AlokEdited By: Published: Tue, 20 Nov 2018 09:40 PM (IST)Updated: Wed, 21 Nov 2018 07:35 AM (IST)
पटना [जेएनएन]। राजद विधायक व पूर्व मंत्री तथा पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी मो. इलियास हुसैन के संबंध में बड़ी खबर है। बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने उनकी सदस्यता समाप्त कर दी है। इलियास हुसैन को रांची की सीबीआइ अदालत ने बीते 27 सितंबर को ही अलकतरा घोटाले में दोषी करार देते हुए चार वर्ष सश्रम करावास की सजा दी थी। इसके बाद यह कार्रवाई लंबित थी। उनके खिलाफ कार्रवाई जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 8 और संविधान के अनुछेद 191 (ई) के प्रावधानों के तहत की गई है।
इस कारण अचानक चर्चा में आ गए इलियास
इलियास हुसैन सोमवार को रोहतास के करगहर प्रखंड के बड़की खड़ारी में शेरशाह इंजीनियरिंग कॉलेज (सासाराम) के भवन की आधारशिला रखे जाने के दौरान अचानक चर्चा में आए थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भवन की आाधारशिला रखी। इसके शिलापट्ट पर विधायक इलियास हुसैन गरिमामयी उपस्थिति बताई गई थी, जबकि वे जेल में सजा काट रहे हैं।
इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने की कार्रवाई
बताया जाता है कि इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष को सजायाफ्ता विधायकों की सदस्यता खत्म करने के प्रावधानों की याद आई। विधानसभा अध्यक्ष ने 27 सितंबर को दोषी करार दिए जाने की तिथि से ही उनकी सदस्यता समाप्त कर दी।
क्या है मामला, जानिए
विदित हो कि रांची में सीबीआइ की विशेष अदालत ने इलियास हुसैन को अलकतरा घोटाला में दोषी पाते हुए चार साल सश्रम कारावास तथा दो लाख रुपये जुर्माना की सजा दी है। अलकतरा घोटाला झारखंड के चतरा जिले से संबंधित है। इसमें 375 मीट्रिक टन अलकतरा की हेराफेरी कर 18.75 लाख रुपये का घोटाला किया गया था। आरोप था की कि घोटाले के पैसे से इलियास हुसैन ने रिवॉल्वर, स्टीम कार तथा चांदी का टी-सेट सहित अन्य कई चीजें खरीदी थीं।
इससे पहले बिहार के सुपौल से जुड़े 39 लाख के अलकतरा घोटाले के एक अन्य मामले में 21 साल बाद सीबीआइ की विशेष अदालत ने 24 मई 2017 को इलियास हुसैन को आरोप मुक्त कर दिया था।
लालू के करीबी हैं इलियास
इलियास हुसैन बिहार की डिहरी सीट से राजद के विधायक थे। उन्हें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का करीबी माना जाता है।
इस कारण अचानक चर्चा में आ गए इलियास
इलियास हुसैन सोमवार को रोहतास के करगहर प्रखंड के बड़की खड़ारी में शेरशाह इंजीनियरिंग कॉलेज (सासाराम) के भवन की आधारशिला रखे जाने के दौरान अचानक चर्चा में आए थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भवन की आाधारशिला रखी। इसके शिलापट्ट पर विधायक इलियास हुसैन गरिमामयी उपस्थिति बताई गई थी, जबकि वे जेल में सजा काट रहे हैं।
इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने की कार्रवाई
बताया जाता है कि इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष को सजायाफ्ता विधायकों की सदस्यता खत्म करने के प्रावधानों की याद आई। विधानसभा अध्यक्ष ने 27 सितंबर को दोषी करार दिए जाने की तिथि से ही उनकी सदस्यता समाप्त कर दी।
क्या है मामला, जानिए
विदित हो कि रांची में सीबीआइ की विशेष अदालत ने इलियास हुसैन को अलकतरा घोटाला में दोषी पाते हुए चार साल सश्रम कारावास तथा दो लाख रुपये जुर्माना की सजा दी है। अलकतरा घोटाला झारखंड के चतरा जिले से संबंधित है। इसमें 375 मीट्रिक टन अलकतरा की हेराफेरी कर 18.75 लाख रुपये का घोटाला किया गया था। आरोप था की कि घोटाले के पैसे से इलियास हुसैन ने रिवॉल्वर, स्टीम कार तथा चांदी का टी-सेट सहित अन्य कई चीजें खरीदी थीं।
इससे पहले बिहार के सुपौल से जुड़े 39 लाख के अलकतरा घोटाले के एक अन्य मामले में 21 साल बाद सीबीआइ की विशेष अदालत ने 24 मई 2017 को इलियास हुसैन को आरोप मुक्त कर दिया था।
लालू के करीबी हैं इलियास
इलियास हुसैन बिहार की डिहरी सीट से राजद के विधायक थे। उन्हें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का करीबी माना जाता है।
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