हनुमान जयंती पर भजन-कीर्तन से गुलजार रहा मंदिर परिसर
हनुमान जयंती पर मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु
पटना। 'जामवंत के बचन सुहाए, सुनि हनुमंत हृदय अति भाए..', 'आरती किजै हनुमान लला की, दुष्टदलन रघुनाथ कला की..' आदि चौपाइयों से शक्तिधाम मंदिर परिसर शुक्रवार को गूंजता रहा। श्रद्धालु मंदिर में सुंदरकांड का पाठ करने में लगे थे। हनुमान जयंती के मौके पर शक्तिधाम मंदिर में हनुमान का भव्य श्रृंगार करने के साथ पूजा-अर्चना की गई। शक्तिधाम के मुख्य संस्थापक अमर अग्रवाल ने कहा कि हनुमान जयंती चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाई जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन हनुमान का जन्म हुआ था। जयंती पर भक्तों ने सुंदरकांड, हनुमान चालीसा का पाठ कर मंदिर परिसर को भजन से सराबोर कर दिया। पंडित शर्मा ने कहा कि महाभारत के युद्ध के समय अर्जुन के रथ का ध्वज थाम महावीर हनुमान बैठे थे। जिस कारण तीखे वाणों से भी अर्जुन का रथ पीछे नहीं होता था और संपूर्ण युद्ध के दौरान अर्जुन का रथ पर ध्वज लहराता रहा। शक्तिधाम के सचिव रमेश मोदी ने बताया कि सुंदरकाड पाठ के बाद श्याम मंडल पटना द्वारा भजन कीर्तन का आयोजन होता रहा है।
भक्ति गीतों की हो रही प्रस्तुति -
जयंती के मौके पर श्याम मंडल की महिलाओं ने भक्ति गीतों की उम्दा प्रस्तुति की। महिलाओं ने 'दिल में श्रीराम बसे हैं संग माता जानकी, बैठा खड़ताल बजाए रघुवर के नाम की' आदि गीतों पर महिलाओं ने सभी को आनंदित किया। मौके पर शंकुतला अग्रवाल, रेखा मोदी, सरिता बंका, चंदा पोद्दार, प्रेमा गोयल, सरोज बंका, रेणु अग्रवाल आदि ने मंगल पाठ किया। आयोजन को सफल बनाने में ओम प्रकाश पोद्दार, नरेंद्र शर्मा, राजकुमार सर्राफ, एमपी जैन आदि ने सहयोग किया।