प्यार ने यूं बदल दिया भागवत कथा वाचिका का जीवन, जानिए प्रेम कहानी
भागवत कथा वाचिका ने फैसला किया था कि वो जीवनभर कुंआरी रहेंगी, कभी शादी नहीं करेंगी। लेकिन, जब प्यार मिला तो सोच बदल गई और उन्होंने प्रेमी संग प्रेम विवाह कर लिया। जानिए...
पटना, जेएनएन। प्यार में बड़ी ताकत होती है, वो पत्थर को भी पिघलाकर मोम बना देता है। एेसा ही एक वाकया मधुबनी जिले में व्यवहार न्यायालय में देखने को मिला है। कभी भागवत कथा में लीन रहनेवाली और कभी शादी नहीं करने का फैसला करनेवाली साध्वी रूपम प्रियदर्शी ने अपने प्रेमी से शादी कर ली है।
वैसे तो घटना 14 दिसंबर की ही है। लेकिन, इस शादी की खूब चर्चा हो रही है। बीते 14 दिसंबर को व्यवहार न्यायालय में उन्होंने अपने प्रेमी मधुबनी के राजनगर थाना क्षेत्र के राघोपुर गांव निवासी त्रिभुवन झा से प्रेम विवाह किया है।
बताया जा रहा है कि कोर्ट में शादी करने के बाद प्रेमी युगल ने मंदिर में भी एक-दूसरे को जयमाला पहनाया और जीवन भर साथ रहने का वादा किया। शादी के बाद रूपम प्रियदर्शी ने थाने में इस संबंध में आवेदन भी दिया है।शादी कराने में पुलिस पदाधिकारियों का भी काफी अहम योगदान रहा।
जानकारी के अनुसार, रूपम प्रियदर्शी मुजफ्फरपुर के चित्रगुप्तपुरी की रहनेवाली है और बीते कई सालों से वह भागवत कथा करती थीं, इसके साथ ही उसने कभी भी शादी नही करने का फैसला किया था। इसी बीच, राजनगर के राघोपुर गांव निवासी त्रिभुवन झा से उसे प्रेम हो गया और दोनों ने शादी करने का फैसला लिया।लेकिन, इसमें परिवार की रजामंदी नहीं थी।
त्रिभुवन झा के परिवार के लोग इस शादी का विरोध कर रहे थे। लेकिन, 14 दिसंबर को दोनों ने शादी कर अपना नया जीवन शुरू किया है। शादी करने के बाद परिवार के लोगों ने भी आखिरकार दोनों की शादी को अपनी रजामंदी दे दी है।