अखाड़े में दांव अाजमाएंगे बेउर जेल के कैदी, योग करने के लिए भी बना है स्पेशल कक्ष
आदर्श केन्द्रीय कारा बेउर में पहलवानी की व्यवस्था की गई है। परिसर में अभ्यास के लिए अखाड़ा बनाया गया है। वहीं योग पसंद करने वाले कैदियों के लिए योगा कक्ष बनाया गया है।
पटना, जेएनएन। कैदियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने तथा उनको अपराध प्रवृत्ति से छुटकारा दिलाने के लिए आदर्श केन्द्रीय कारा बेउर में पहलवानी की व्यवस्था की गई है। परिसर में अभ्यास के लिए अखाड़ा बनाया गया है। रोजाना दर्जनभर कैदी कुश्ती का अभ्यास कर रहे हैं।
कारा महानिरीक्षक मिथिलेश मिश्र ने बताया कि इन्हें हर तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। जेल के ही एक अनुभवी और कुश्ती के जानकार कैदी को ‘गुरु’ बनाया गया है। जो इन्हें कुश्ती के दांव-पेच सिखा रहे हैं। प्रशिक्षण के बाद अंतर कारा दंगल प्रतियोगिता भी होगी।
पहलवानी का अभ्यास करने वाले कैदी सुबह सात बजे से ही अखाड़ा में पहुंचकर मुगदर भांजने लगते हैं। किस तरह प्रतिद्वंदी को धोबियापाट देकर चित करेंगे, इसका अभ्यास कर रहे हैं। कारा महानिरीक्षक ने कैदियों को शारीरिक रूप से मजबूत बनाने के लिए जेल के अंदर ही जिम की भी व्यवस्था करवा दी है। रोजाना पचास से अधिक कैदी जिम में पहुंचते हैं। सुबह सात बजे से दो घंटे तक अभ्यास चलता है। कुछ ऐसे भी कैदी हैं जो शाम चार बजे अभ्यास करने पहुंचते हैं।
योग पसंद करने वाले कैदियों के लिए योगा कक्ष
योग पसंद करने वाले कैदियों के लिए योगा कक्ष बनाया गया है। इस कक्ष में वही कैदी आ सकते हैं, जो योग पसंद करते हैं। सुबह सात बजे से ही इस वार्ड में 150 से अधिक कैदी योग करने पहुंच जाते हैं। जेल के ही पुराने जानकार कैदियों को प्रशिक्षक बनाया गया है। काराधीक्षक जवाहर लाल प्रभाकर ने कहा कि कैदियों में पॉजीटिव एनर्जी लाने के लिए ऐसा किया गया है।